Book Title: Agam Shabdakosha
Author(s): Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati
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माउंबियत्त अंगसुत्ताणि शब्दसूची
माणुसुत्तर ३७,८।१४।६।१३,१०।१३.अंत०१।१४।५।१६.पण्हा० १।१०।१७; १।१२।१२; २।१।६६; २।२।५०. भ. ५४.विवा०१।१।५०; ११२।५२, ७२; १५२२२, २३; २०१७
११७११६:१९।५७: १।१०।७; २।१।१३, ३१ माणवग[ माणवक ठा०२१३२५, ६।२२।१ माडंबियत्त माडम्बिकत्व भ० १२।१४६, १५० माणवगण[मानवगण] ठा० ६।२६ माढर[माठर] ठा० ५।६४; ७।११६
माणवत्तिय [मानप्रत्यय] सू० २।२।२, ११.सम०१३।१ माढी [ माठी] पण्हा० ३।५
माणवय [माणवक] ठा०६।२२।६. सम० ३५॥५. भ० माण [मान ] आ० ३।४६, ७१, ८४; ५।१७; ६।१११. १०६८
आ० चू०४।१, ३८.सू०१।६।२६११८।१८,११६।३६; माणस[ मानस ठा०७।११६.सम०३४११. भ०१५।१०१; १।११।३४, ३५; १।१३।१०; १।१४।१६; १।१६।४; १६।२६,३१.नाया०१।८।७३,७५,७८,७६;१।१७।३५. २।१।६१; २।२।१०,४५,५८,६३, ६७, ७१; २।४।३; पण्हा० १।२६ २।५।२०. ठा० ११६७, ११५; २।३७, ४०७, ४३४; माणसगय [मानसगत] नाया० १।१।१५४, १५५ ४।७५, ७७, ८१, ८५, ८६. ६२ से १४, १६०, १६१, माणसण्णा मानसंज्ञा[ठा० १०.१०५. भ० ७।१६१ २८३, ६२३, ६२५, ६५३; ५।१७७, २०८६।२२।३, माणससर मानससरस पण्डा० ४५ २६, ६२; १०६०।१, ६६.सम०४।१।१६।२; २१२२; माणावादि मानवादिन] आ० २।५० २७।१; ३०।१; ५२।१;प्र० २४१. भ०१।२१७, २१८, माणि[मानिन् ] सू० १।२।२८; १।१६।३; २।२।११ २४५, २४७, २८६,२८८, ३८४, ३८५,४२७,२।७०, माणि [माणि] ठा० ४।४३३१, ४७११, ४८।१, ५३।१, ७१, ६५;३।१७; ५।७८, २४६, २५२, ६।६३;७।२१, ५६।१, ५८।१ ११६, १२६; ८।२७२; ६।३३, ४३, ४६,५५,६५,६८; माणिक्क[माणिक्य ] आ० चू० १५॥१२, १३ १०।१२, १४, ४४; ६६।१; ११।२४, ७१, ७७, १३४, माणिभद्द[माणिभद्र] ठा०२१३६५; ४११६४; १।६२.भ. १४६, १४६, १८७; १२।२३, ४१,४२, १०४; १३।५, ३।२६६,२७५।१; ६।१,१०१८४; १५॥१२७, १७१. २७, १०२,१४।१०६,१११, १५।१०४; १८।१६०, विवा०१।१०।२ २१०;२४।१८; २५।३६८, ३७०,५६८,६१६,२६।१२. माणिय [मानित] नाया०१।१।२७ नाया० १।१।१६, १७, ७६, २०६, २०६; १।२।८; माणुम्माणियट्ठाण [मानोन्मानिकस्थान] आ० चू० १।३।२६; ११५८, ३६, ७२; १।८।१८०; १।१६।२४, ११११४; १२।११ १६३. उवा० १११४. पण्हा० १३१६; ३।२४; ४।५; माणसमानुष आ०० १५।२८।१२; १५॥३४,३७,६४. ५१६६।४; १०११, ११. विवा० ११२।७,१०
सू०१।११।३,४,२।२।२.ठा०३।७६,८०,८६,३६१,३६२; माणकर[मानकर] ठा० ४।४१४ से ४१८
४।५८,४३३, ४३४,४४२, ४४३,४४६से४५१,५५६, माणण[मानन] आ० १११०, २१, ४४, ७५,१०३,१३०,
५६७६६२. सम०प्र०६७, २२४।५. भ०१०।१५) १५६; ३।६८. सू० १।१३।६
१८।५७ से ५६. नाया० ११४१७; १०८।२१४३१,२२१. माणणा[मानना] पण्हा० ६।६
पण्हा० ४१८, १३; ५।८; ७।१. विवा० २।१।२५ माणदंसि [मानदर्शिन् ] आ० ३।८३
माणुसत्तण [मानुषत्व]पण्हा० ११३७ माणब्भंस [मानभ्रंश] नाया० १३१४१८६१ माणुसधम्म [मानुषधर्म ] नाया०१।८।२२१ माणया[मान] भ० ८।४२४
माणुसरंधण [मानुष रन्धन] आ० चू० १०।१८ माणव[मानव] आ० २।४, ५७, ८०,१०५,१७१,३।५०, माणुसीगब्भ [मानुषीगर्भ] ठा० ४१६४२
५६; ४।१३; ५॥१८,२५,६३, ६।१, १६, ४६.आ०चू० माणुसुत्तर[मानुषोत्तर] ठा० ३।४८०; ४।३०३,१०।४०, ४।१६, २०; १६।११. सू० १।१।६; १।२।२;१।७।११; १०३. सम० १७॥३. भा० ११।११०; १५१०१;
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