Book Title: Agam Shabdakosha
Author(s): Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 607
________________ मिगचारिया आगम शब्दकोश मिच्छावादि विवा० १७१६ २।२।३२,५७,५८,६२,७५,२।४।२२।५।३१,२।६।३६. मिगचारिया [मृगचर्या] सम० ३६।१ ठा०३।३३७, ४।२६४,७१२,६६; १०७,१०२,१४०. मिगतण्हा [मृगतृष्णा] नाया० १।१।१५६ भ०११४२१,४४३,४४५; २१८०,११३:५।५८,६।१७२, मिगवति [मृगपति] पण्हा० ४।४ १८४; ७।१९३; ८।४५०; ६२२८%, १११७७, ८३; मिग सिर[मृगशिरस् ] ठा०७।१४७; १०।१७०।१.सम० १२।१२३; १५७२, ७६,६६,१००,१०४,१०७,१११, ३।६, १०७ १७३ से १७५,१७।२६,३१, २५।१।१,५५१११.उवा०. मिगालि [मृगालि] सम०प्र० २५२।३ ६।२३, २८; ७२६. अंत० ३।३१ मिगावती [ मृगावती] भ० १२।३०, ३३ से ४० मिच्छादंड [मिथ्यादण्ड] ठा०७२ मिगाहिव [मृगाधिप] पण्हा० १०।११ मिच्छादसण [मिथ्यादर्शन] ठा०२।७६,८३.भ०८।१४२, मिच्छत्त मिथ्यात्व] सू०१।३।५७. ठा०३।४०३,५।१०६, १६० २२२; १०।७४. सम० ५।४; प्र० ६६. भ० ६।३३; मिच्छादसणकिरिया[मिथ्यादर्शनक्रिया ] भ०५।१२८, १५॥४१.नाया०१।५।२५,१११२।१८, ४६।१:१।१३।१३ १३२ । ३६. उवा० ७१४८.पण्हा० ३।२३ 'मिच्छादसणवत्तिया [मिथ्यादर्शनप्रत्यया ] ठा०२।१७, मिच्छत्तकिरिया [मिथ्यात्व क्रिया] ठा०२।३. भ०७।६७ १६; ५।११२, ११३, ११७. भ० १७१, ८०, ९७; मिच्छत्तमोहणिज्ज [ मिथ्यात्वमोहनीय ] सम० २६। २ ५ ।१२८; ८।२२८ । मिच्छत्तवेयणिज्ज [मिथ्यात्ववेदनीय ] सम० २८।२ मिच्छादसणसल्ल [ मिथ्यादर्शनशल्य ] सू० १।१६।३; मिच्छत्तसुति [मिथ्यात्वश्रुति ] पण्हा० ३।२२ २।११६१, २।२।४५,५८, ६३,७१, ७५, २।४।३, ५, मिच्छत्ताभिणिवेस [मिथ्यात्वाभिनिवेश] ठा०४।६२१. ७, १६, १७, १९, २२. ठा० १११०८, १२६,२।४०७; भ० ६।२३४, २३५, २४०, २४३ । ३।३८५. सम० ३।३. भ० ११२८६, ३८४ से ३६१; मिच्छदसण [मिथ्यादर्शन] ठा० ८।३८. भ० १।२३२ २१६८, ७।१०८,२०३; २०४; १२।४१ से ४८,१०७, मिच्छदिट्टि [मिथ्यादृष्टि ] सू० १।१।३७, ४०, ५६; १०८; १४।१०६, १७।३०, ३१,४८,१८१८६, ८७; १।११।२८, ३१. सम० १४१५; २५।६ ;प्र० १६४.भ० १६।१५; २०१७, १४, १५, २०. नाया० १।१।२०६; ११७१,८५, ६७,२३०,३१७२,७३,२२२, २२५,२२८; १।६।४; ११८१४४. अंत० ६.४१ ६३८,६३;१२।११७;१३३१४,१६,१७,३७; १६।६०; मिच्छादिट्टि [मिथ्यादष्टि] सू०१।३१७३. ठा०३।३७०. १७।३०; १६७; २०१२, २०; २५६३५; ३६।१. भ० ११।१३; १३।३७, १८।२८,१६।६६२०१५६; पण्हा०५।१०।३ २४।१३, ६७, १२१, १६७, १८४, १८७, १६७,३१०, मिच्छदिद्विय [ मिथ्यादृष्टिक ] ठा० ५१११३ ३३७, ३४२; २६७,१७,१६, २३,३०१५, १६, २६, मिच्छदिट्ठीय [मिथ्यादृष्टिक] भ० १६।४० ३४,३११३७,३५९४०११,३६,४११७७.उवा०२।२० मिच्छदसण[ मिथ्यादर्शन] ठा० ३।३६२;७७६ मिच्छादिट्रिय [मिथ्यादृष्टिक] भ० ८।१०२ मिच्छद्दिट्टि [मिथ्यादृष्टि] ठा०५।११४. सम ० १४।५; मिच्छादिट्ठीय [मिथ्यादृष्टिक ] भ० १८।१२ २५६; प्र० १६४ मिच्छाद्दिट्टि [मिथ्यादृष्टि] ठा० ३।३१८ मिच्छद्दिट्टिय [ मिथ्यादृष्टिक] ठ! ०१।१७१,१७४,१८०, मिच्छाद्दिट्ठिय [मिथ्यादृष्टिक ] ठा० १।१७७, २०८ १८२, १८४; २।१८७; ५११४४ मिच्छापच्छाकड [मिथ्यापश्चात्कृत] पण्हा०२।२ मिच्छरुइ [ मिथ्यारुचि] ठा० ३।३६३ मिच्छापवयण [मिथ्याप्रवचन] ठा० ६।२७।१ मिच्छा [मिथ्या] आ० चू० ११५५; २१६६; ५।२१; मिच्छायार [मिथ्याचार सू० २।४।१६ ६।२०; ७।५६; ८।२१.सू० १।३।१४; २।१।१८,३५; मिच्छावादि [मिथ्यावादिन् ] भ० १६।३६; १८।१५, ५६२ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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