Book Title: Agam Shabdakosha
Author(s): Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 593
________________ महाकम्मतर आगम शब्दकोश महाणि हि १६०६१ ३।२५६।२,२७४।१०।५६.नाया०२।४१८.विवा०२।८।१ महाकम्मतर[महाकर्मतर] भ० ११७४; १३।४३, ४६; महाचंद[महाचन्द्र ] सम०प्र० २५८।२ १९५६ महाजण[महाजन] नाया० १।६।१० महाकम्मतराग[महाकर्मतरक] भ०११६३,८६,५॥१३३ महाजणसद्द [महाजनशब्द] अंत० १११६; ३।१३ महाकम्मतराय [महाकर्मतरक ] भ०७।६७से ७३,१५८, महाजस [महायशस्] सू० २।२।६९,७३.ठा०८।३६.सम० ___२२७, २२८; १८।१०० प्र० २५८।१. नाया० ११११५३ महाकहा[महाकथा] भ० ७।२१८ महाजाइ[महाजाति] भ० २२।५ महाकाय [महाकाय] ठा०२।३६६;४११७२.भ०३।२७५।२; महाजाण [महायान] आ० ३।७८ १०.८८; १४।२६, ३१; १५६३. नाया० १।६।२०. महाजुद्ध [ महायुद्ध] भ०३!२५८ उवा०२।३४ महाजुम्म [महायुग्म] सम० ८१।३. भ० ३५॥१,२, १६; महाकाल [महाकाल ] ठा० २।३६३; ४।१२२, १२३, ३६।१, ४, ६ १६०, ३२६; ५१९६; ६।२२।१, ८.सम० १५।१।२; महाजुम्मसत[महायुग्मशत] भ० ४०।४६ १८।१५; ३३।६; प्र० १४३. भ० ३।२५६।१, २७४, महाडवी[महाटवी नाया०१।१८।६२।१ २७५।१; १०।८३; १३।१२,४३. नाया०२।६।१.अंत० महाणई [महानदी] ठा० २।२६० से २६३,३०१, ३०२; ३।८७ से८६, १०१ ८७४, ७६, ८१; १०।१४५, १४६, १६७. विवा० महाकालग[महाकालक] ठा० २।३२५ १।८।१६ महाकाली [महाकाली] अंत० ८।२, २१; ८ व० ३० महाणं दियावत्त [महानन्द्यावर्त ] ठा० ४।१२२. सम० महाकिण्हा [महाकृष्णा] ठा० ५।२३२; १०।२६ १६.१३ महाकिरिय[महाक्रिय ] ठा०४।४२६ से ४२६.भ०६।२०; महाणगर [महानगर] पण्हा० ११२७ १६॥३८ से ४१, ४६ से ४६, ५४, ५५ महाणदी[महानदी] ठा० ३।४५७ से ४६२; ४।३१० से महाकिरियतर [महा क्रियातर] भ० १३।४३, ४६; ३१३; ५२९८, १५० से १५३, १५७, २३० से २३३; १६५६ ६८६ से १२;७१५२, ५३, ५६, ५७; ८६७ से ७३, महाकिरियतराय [महा क्रियातरक] भ० ५।१३३; ७५, ७७, ७६.८२ से ८४; १०।२५,२६.भ०५।१५७ ७१५८, २२७, २२८; १८।१०० महाणस [महानस]नाया० १।१४॥३८, ३६; १।१६।६२, महाकुंभिय [महाकुम्भिक ] पण्हा० १।२५ महाकुमुद[महाकुमुद] सम० १७।१८ महाणससाला [महानसशाला] नाया० १।८।१६६; महाकुल [महाकुल] सू० १।८।२५ १।१३।२१ महागंगा [महागंगा] भ० १५।१०१ महाणसिणी [महानसिनी] भ०११।१५६.नाया०१।७।२६ महागरुल [महागुरुड] नाया० १।६।१० महाणसिय[ महानसिक ] विवा० १।८।१० से १३ महागह[ महाग्रह] ठा० ४।१७७६।६८ महाणिज्जर [महानिर्जर] ठा० ३।४६६, ४६७; ५।४४, महागिरि महागिरि] सू० १।११।३७ महागुरु[ महागुरु ] आ० चू० १६॥६ महाणिधि[महानिधि] ठा० ६।२१,२२।१, १० महागोव[महागोप] उवा०७।४६ महाणिमित्त[महानिमित्त] ठा० ८।२३ हाघोष] ठा० २।३६२, ४।१२२, १५८; महाणिरय[महानिरय] ठा० ५।१६६, ६७०, ७१ ५।६३,६।५८,६०,७।६१।१,११८,१२७. सम०६।१४; महाणिहाण[महानिधान] ठा० ५।२१, २२ १०।२२;१५।१।२,३२।२; प्र०२१६।१; २५८।३. भ० महाणिहि [महानिधि]ठा० ८।१६; ६।२२ ६३ ४५ मह ५७८ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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