Book Title: Sambodhi 1976 Vol 05
Author(s): Dalsukh Malvania, H C Bhayani
Publisher: L D Indology Ahmedabad
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Sahitya-Mimumsu Prakrit Text Restored पिहलइ से णेवच्छन्त (तुलना : विहलइ से णेषच्छं : सरस्वती, पृ ६६७) पृ. १४९ चेवसि अणिमिसणअणो (तुलना को सुहअ तुज्झ दोसो...मज्झ ।
___ पेच्छसि अणिमिसणअणो.. जंपसे पिठं ।। गाथा(वे) ९४३ पृ. १११ वेविरसिण्णकरंगुळि (० करंगुलि)-गाथा ३.४४
पृ १५७ शदमाणुशमंशभामणे (तुलना : हद (1 शद) माणुशमशभोअणे वेणी ३.१) पृ ९२ पहिअअगुणिम हरति (तुलना : (१) सुण्हाए हिअअगुणिअ : ग. प्र. ११९५ पृ. १४७ (२) गामतरुणीभी हिम हरति : सरस्वती ६६५
गाथा ६.४५ संखकुळम्मि
पृ. १२१ सग्गं अपारिजा: सेतु ४,२०
पृ. १५५ सच्चं चिभ कमओ (तुलना . सच्चं चिअ कट्ठमओ · सरस्वती पृ ६६८) पृ. १५२ सच्चं वोळत्ति जणा (१ सच्चं बोल्लंति नणा)
पृ १०४ सणि वञ्च किसोअरि (तुलना श.प्र. २४८) सदोक्षएणणेहेवहि ?
१५५ सदसदसफणकनक सरळे (सरले) साहसराग परिहर : मालती ६.१० सहदधण्णणो जतह १
पृ. १५७ सा तुग्धज्मणबाळअ (तुलना : सा तुह कएण बालम : गाथा ३-६२) पृ. १५७ साळो चिभ सूरे (तुलना : सालोए विअ (? दिवअ) सूरे • गाथा २.३०) पृ. १०१ सीकरिअमणिअमुहवेविआइ (तुलना : सिक्करिअमणिअमुहवे : गाथा ४-९२) सेवंति तीरवड्ढे अकुसुमभरो : सेतु १.६१
पृ. १२१ हंतक्खो रामाहं तन्वो (. हतन्वो राा हंतव्यो) ?
पृ. १२६ हस्थि पुहेण हि शुद्ध' ?
पृ. १०१ हदे हिमं संघमिऊण ! (तुलना हत्थे महामंसबलीघराओ : कपूर ४.१५) पृ १४९
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