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( ११ ) ह्रस्व से दीर्घ
प्राकृत कासव
पास
संस्कृत कश्यप पश्य श्रावश्यक मिश्र विश्राम संस्पर्श अश्व विश्वास दुश्शासन
आवासय मीस वीसाम संफास प्रास वीसास दूसासण
पुष्य
पूस
मणूस
वास
बासा
मनुष्य वर्ष वर्षा कर्षक विष्वक् विष्वाण निषिक्त
कास वीसुं वीसाण नीसित्त कास
कस्य
सस्य
सास
१. हेमचन्द्र-प्राकृत-व्याकरण ८१।४३।
परिवर्तन के विधान को समझने के लिए सभी सूत्रों के अंक दिये गये हैं। अतः सूत्रों के जो-जो उदाहरण यहाँ नहीं दिये गये हैं, वे सभी उदाहरण उन-उन सूत्रों को देखकर समझ लें।
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