Book Title: Panchsangraha Part 10
Author(s): Chandrashi Mahattar, Devkumar Jain Shastri
Publisher: Raghunath Jain Shodh Sansthan Jodhpur
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गाथा १
संवेध का लक्षण
गाथा २
मूलप्रकृतियों के बंधस्थान
मूलप्रकृतियों के बंधस्थानों का ज्ञापक प्रारूप
गाथा ३
मूलप्रकृतियों के उदयस्थान व सत्तास्थान
उदय और सत्ता की अपेक्षा मूलप्रकृतियों का सम्बन्ध
गाथा ४
मूलप्रकृतियों का उदय-बंध संवेध मूलप्रकृतियों का बंध- सत्ता संवेध
गाथा ५
विषयानुक्रमणिका
मूलप्रकृतियों का बंध-उदय संवेध
मूलप्रकृतियों का बंध के साथ बंध आदि के संवेधों संक्षिप्त
सारांश
मूलप्रकृतियों के बंध के साथ बंध आदि संवेधों का गुणस्थानों और जीवस्थानों की अपेक्षा स्वामित्व
उक्त कथन का दर्शक प्रारूप
गाथा ६
मोहनीय और नामकर्म व्यतिरिक्त ५ कर्मों के स्थान
गाथा ७
ज्ञानावरण, अंतराय के बंध, उदय, सत्ता स्थान आयुभेदों के बंध के गुणस्थान
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