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धदिवाकर। इनमे मनुष्यके जीवनका आदर्श बतलाया गया है। संसारमें कितना दुःख है और परोपकार स्वार्थत्याग प्रेममें कितना सुख है यह इनमे एक कयाके बहाने दिलाया है । मूख्य 1 )
हिन्दी ग्रन्थ रत्नाकरके अनमोल अन्य।' • लगभग डेट वर्पसे हमने 'हिन्दी ग्रन्थरत्नाकर सीरोज' नामकी एक • ग्रन्थमाला निकालना शुरू की है। इसके अभीतक जितने अन्य निकले है उनमी सत ही विद्वानो लेखको आर सम्पादकोंने मुक्त कठसे प्रशसा की है। यह माला वरावर निकला करेगी। इसके जो स्थायी 'ग्राहक होंगे उन्हें सब अन्य पोनी कीमत पर दिये जायेंगे। पहले आठ आना जमा करा देना चाहिए । अन्योकी प्रशताका बड़ा सूचीपत्र मॅगाके देखिए । नीचे लिखे ग्रन्थ तैयार है।
१ स्वाधीनता-लिवटका हिन्दी अनुवाद | लेखक पल- महावीरप्रसारमी द्विवेदी । मूल्य २)
२ मिलका जीवन चरित-स्वाधीनताके मूल लेखकका शिक्षा प्रद चरित ( लेखक, नाथूसम प्रेमी । मूल्य।) ३ प्रतिभा-हिन्दीका अपूर्व उपन्यास । मू० १)
लोका गुच्छा--मनोहर शिक्षाप्रद कहानियोंका सग्रह मूल्य )
५ ऑरखकी किरकिरी-जिन्हें अभी हाल ही सवालाख रुप . याका इनाम मिला है। जो इस समय दुनियाके सबसे बडे लेखक और
कवि हैं, उन बाबू रवीन्द्रनाथ ठाकुरके प्रसिद्ध उपन्यासका- हिन्द अनुवाः । ऐमा उपन्यास आपने अबतक नहीं पढ़ा होगा।मूल्य १॥ चोवेका चिट्टा-छप रहा है। । मैनेजर जैनग्रन्थरत्नाकर कार्यालय, ,
गिरगारयम्बद।