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विषय अनुक्रमणिका
अध्याय-१ कृति एवं कृतिकार का परिचय
विवरण
पृ. संख्या
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संवेगरंगशाला की रचना का प्रयोजन संवेगरंगशाला के रचनाकार जिनचन्द्रसूरि और उनकी गुरु परम्परा जिनचन्द्रसूरि (प्रथम) का गृही जीवन जिनचन्द्रसूरि का धर्म परिवार जिनचन्द्रसूरि (प्रथम) का व्यक्तित्व संवेगरंगशाला के लेखक की गच्छ परम्परा आचार्य जिनचन्द्रसूरि (प्रथम) का कृतित्व जिनचन्द्रसूरि का सत्ताकाल संवेगरंगशाला का सामान्य परिचय संवेगरंगशाला का रचनाकाल एवं संशोधनकाल संवेगरंगशाला की विषयवस्तु आराधना सम्बन्धी जैन साहित्य और उसमें संवेगरंगशाला का स्थान । अन्य प्रकीर्णक ग्रन्थों में समाधिमरण की अवधारणा संवेगरंगशाला और आराधनापताका की विषयवस्तु का तुलनात्मक विवेचन भगवतीआराधना और संवेगरंगशाला का तुलनात्मक अध्ययन अन्तिम आराधना सम्बन्धी जैन-साहित्य में संवेगरंगशाला का स्थान
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