Book Title: Agam 39 Mahanisiha Chheysutt 06 Moolam
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan

View full book text
Previous | Next

Page 32
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ॥११॥ 11१२३॥ ॥१२४॥ ||१२५॥ अज्यपण-२, रईसो-1 (३४८) तया न बंधए किंचि चिरबद्धं असेसं पि निड्डहियझाण-जोग-अग्गीए भसमी करे दढं लहु पंचकूखग्गिरण मेतेणं कालेण भवोवगाशिया (३४९) एवं सजीय-विरिय-सामस्थ-पारंपरएण गोयमा पविमुक्क-कम्म-मल-कवया समएणं अंति पाणिणो (३५०) सासय-सोक्ख-अणाबाहं रोग-जर-मरण-विरहियं अदि-दुक्ख-दारिई निचाणंद सिवालयं ।।१२०॥ (३५१) अत्येगे गोयमा पाणीजे एवं मण्णए विसं आसव-दार-निरोहादी-इवर-हेइ-सोक्खं चरे |१२१॥ (३५२) ताजावकसिण-ट्रकमामि घोर-तव-संजमेण उ नो निद्दड्ढे सुहं ताव नस्थिसिविणे वि पाणिणं १२२॥ (३५३) दुक्खमेवमवीसामं सव्वेसिजगजंतुणं एक्कंसपयं न सम-भावे जंसम्म अहियासिउं तरे (१५४) घेवरवि थेवतरं येवपासावि थेवयं जेणं गोयम ता पेच्छ कुंथू तस्सेव य तनू (३५५) पाय-तलेसुन तस्सावि तेसिमेगदेसंमुण फरिसंतो कुंथू जेणं चरई कस्सइ सरीरगे (३५६) कुंथणं सय-सहस्सेणं तेलियं नोपलं भवे एगस्स केत्तियं गतं किं लवा तोलं मवेज से (३५७) तस्स वि पायतल देसेणं फरिसिभोतमवत्यंतरं पुव्युत्तं गोयमा गच्छे पाणी तोणं इमं सुणे ।।१२७॥ (१५८) भमंत-संचरंतोय हिंडिनोमइले तj नकरे कुयू खयं ताणं नयावासीय चिरं वसे ।।१२८॥ (३५१) अह चिट्टे खणमेगंतु बीयं नो परिवसे खणं अह बीयं पिविरत्तेज्जा ताबुञ्जेयं तु गोयमा ॥१२९॥ (३६०) रागेणं नो पओसेणं मच्छरेणं न केणई. नयाविपुबवेरेणं खेड़ातो कामकारओ (३६१) कंय कस्सइ देहिस्स आरुहेइखणं तणं वियलिंदी भूण-पाणेजलंतप्णी यायी विसे ।।१३।। (३६२) नचिंतेवं जहा मेस पुबवेरीऽहया सुही ता किंची खेम-पावं वा संजणेमिएयस्सऽहं 1|१३२॥ (३६५) पुव्व-कड-पाव-कश्मस्स विरसे मुंजतो फले तिरि-उड्डाह-दिसाणु दसं कुंयू हिंडे घराय से ॥१३३॥ (३६४) चरंतेवमबाहाए सारीरं दुक्खमाणसं कुंथू वि दूसह जण्णे रोई- झाण-बढणं ||१३|| (३६५) ताउ सल्लमारभेत्ताणं मण-जोगं अन्नयरेण वा समयावलिय-मुहत्तं वा सहसा तस्स विवागयं |१३५॥ ||१२६॥ ||१३०॥ For Private And Personal Use Only


Page Navigation
1 ... 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154