Book Title: Agam 39 Mahanisiha Chheysutt 06 Moolam
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan
View full book text
________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
॥३८॥
1॥३२॥
महानिसीई - 1/1५१८ करेमोतं च वायाए वि नो णं तह त्ति गोयमासमणुजाणेज्जा से भयवं केणं अद्वेणं एवं बुधइजहाणं तं च नो णं तह त्ति समणुजाणेजा गोयमा तयत्थाणुसारेणं असंजम-बाहुलं असंजम बाहुल्लेणं घ धूलं कम्मासवं धूल-कम्मासयाओ य अन्झवसायं पडुछा यूलेयर-सुहासुह-कम्मपयडी-बंधो सच्चसावन-विरयाणं च वय-भंगो वय-मंगेणं च आणा इक्कमे आणाइककपेणं तु उमग-गामित्तं उम्मग्ग-गामित्तेणं च सम्मग्ग-विप्पलोयणं उम्मग-पवत्तणं च सम्मा-विप्पलोयणेणं उम्मगपवत्तणेणं च जतीणं महती आसायणा तओ य अनंत-संसाराहिंडणं एएणं अटेणं गोयमा एवं बच्चइ-जहाणं गोयमा नो णं तं तहत्ति समणुजाणेजा।१५।। (५१९) दव्वत्थवाओ भावस्थयंतुदव्यत्य ओ बहु गुणो मवउ ताहा
अबुहजणे बुद्धीयं छक्कायहियं तु गोयमाऽणुढे ॥३७॥ (५२०) अकसिण-पवत्तगाणं विरयाऽविरयाण एस खलु जुत्तो
जे कसिण-संजमविऊ पुप्फादीयं न कप्पए तेसि तु (५२१) किं मण्णे गोयमा एस बत्तीसिंदाणु चिहिए
जम्हा तम्हा उ उभयं पिअनुद्वेज्जेत्थ नुबुझसी (५२२) विणिओगमेवंतं तेसि मावत्यवासंभवो तहा
भावत्रणा य उत्तमयंदसण्णमद्देण पायडे जहेव दसण्णभद्देणं उयाहरणं तहेव य
||४०|| (५२३) चक्कहर-भाणु-ससि-दत्त-दमगादीहिं विणिद्दिसे -
पुव्वं ते गोयमा ताव-जं सुरिदेहिं भत्तिओ (५२४) सब्बिढिए अणण्ण-समे पूया-सककारे कए
ता किं तं सव्व-सावजं तिविहं विरएहिऽणुद्वियं (५२५) उयाहु सब्ब-यामेसु सव्यहा अविरएसुज
ननु पयवं सुरवरिदेहिं सव-यामेसु सव्यहा (५२६) अविरएहिं सुभत्तीए पूया-सक्कारे कए
ताजइ एवं तओबुज्झगोयमा नीसंसयं
देस-विरय-अविरयाणंतु विणिओगमुभयस्य वि (५२७) सयमेव सव्व-तित्यंकरहिंजं गोयमा-समायरियं
कसिणट्ठ-कम्मरखय कारयं तु मावत्ययमणुढे (५२८) भव-भीओ गमागम-जंतु-फरिसणाइ-पमद्दणंजस्य
स-पर-हिओवरयाणन मणं पिपवत्तए तस्य (५२९) तात-परहिओवरएहि सव्वहाऽणेसियय विसेसं
जं परमसारमूयं विसेसवंतंच अनुद्वेयं (५३०) ता परमसार-भूयं विसेसवंतं च साहुवग्गस्स
एगंत-हियं पत्थं सुहावहं पयडपरमत्यं (५३१) तंजहा मेरुतुंगे मणि-मंडिएक्क-कंचणगए परमरम्मे
नयण-मणाऽऽनंदयरे पभूय-विण्णाण साइसए ॥४९॥
1४१॥
॥४२॥
॥
३॥
॥४४॥
॥४५॥
॥४७॥
॥४८॥
For Private And Personal Use Only

Page Navigation
1 ... 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154