Book Title: Thulibhaddni Shilveli
Author(s): Shravak Bhimsinh Manek
Publisher: Shravak Bhimsinh Manek

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Page 18
________________ - । - - ( १७ ) वशेशुलवीर.निनेश्वर,माएा मस्तक वन हीशं पर एटापू पर । पढासनवमी एतेनारी विना सुष्पा जोयुरे,सुंधर शामलीया एनेशीए में नेतुमारोब्नएयोरेपपीतमपातलीया शीरवीतापातागोराप्रीतमपातदीया, ते ब्नेगतपुंश्व राप्रीगानेन्नेगीग खसेवेशपत्रीएपपवेश्या मंष्टिरतल लोग शिाप्रीगापूरचेउऐसाध्योन्नेगरेपपीनामा चित्रशाखी मनमानीप्रीगापेयजाएात एी राजधानी रेपपीनाशालेतार बागशे तभने शापीनान्नेगमेसिभसावशोखमने शिप्रीनापडिवाईही लोउगाशेशात्री पतारेनेगतगायोनशेरेपप्रीगाउातेमा टिवयन मुजभानोरेगीगाहुभएां ब्लेश छोणंनोरेगनीगारमोरंगलातलमांत - - - Jain Educationa International For Personal and Private Use Only www.jaintbrary.org

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