________________
आज इतना ही।
प्रवचन 13 - समग्र संकल्प या समग्र समर्पण
दिनांक 3 जनवरी, 1975%;
श्री रजनीश आश्रम पूना।
योगसूत्र:
तीव्रसंवेगानामासन्नः।। 2111
सफलता उनके निटकतम होती है जिनके प्रयास तीव्र, प्रगाढ़ और सच्चे होते हैं।
मदमध्याधिमात्रत्वात्ततोऽपि विशेषः।। २२।।
प्रयास की मात्रा मृदु मध्यम और उच्च होने के अनुसार सफलता की संभावना विभिन्न होती है।
ईश्वरप्रणिधानाद्वा।। 23।।
सफलता उन्हें भी उपलब्ध होती है जो ईश्वर के प्रति समर्पित होते है।
क्लेशकर्मविपाकाशयैरपरामृष्टः पुरुषविशेष ईश्वरः।। 24।।