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जैन ग्रागम अंग बाह्य उपाङ्गपुत्र
पांचवां उपांग प्रा. भूगोल
"
11
"1
"
"1
छठा उपांगअतरीक्ष सातवां उपांग
अंतरीक्ष
:
मागम व्याख्या सं. साहित्य
#1
11
#7
6
"1
"1
"
14
11
प्रा. मा.
प्रा.
8 से 12 उपांग / प्रा.स. कथायें
19
प्रा.
17
11
प्रा.
"
7
प्रा.मा.
प्रा.सं.
प्रा.
प्रागम व्याख्या सं. साहित्य
8
29
27
21
148 26 × 11×11 × 42
18वीं
81 | 23 × 11 × 19 × 49 संपूर्ण
19वीं
83 | 29 × 11 × 15 x 60
19वीं
22425 x 12 x 14 x 56
1908
35 | 30 × 12 × 15 x 58 अपूर्ण (44 से 78 अंत) 17वीं
198 | 32 × 14 × 22 × 54 संपूर्ण प्र. 14252
1639
77 | 26 × 11 × 15 x 50 प्रपूर्ण
17at
37
30 × 14 × 19 × 50 संपूर्ण
18वीं
43 | 27 × 11 x 16 x 57
15वीं
76 | 27 x 11 x 11 x 45
17वीं
32 | 26 × 11 × 12 x 45
प्र. 1209+637| 16वीं
"
16 27 x 12 x 19 x 78
17 at
17वीं
17at
1691
1845 नाग
पर टीकमदाह
19वीं
19वीं
1928
8
www.kobatirth.org
27
8A
11
लगभग पूर्ण
लगभग पूर्ण
26 × 11 × 13 × 43 | सपूर्ण ग्र. 1319
26 x 11 x 13 x 52
प्र. 1109
26 x 11 x 18 x 45
12 | 27 x 12 × 21 x 64
105 | 25 x 12 × 7× 28
26 × 11 × 35 × 70
25 x 13 × 17 x 37
25 x 13 x 19 x 40
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11
;
11
11
11
33
प्र. 1319
" 52 उद्देशक
#. 3600
77
"1
9
"3
प्र. 2200
प्र. 1050
प्र. 1161
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प्र. 801
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10
1928 बालूवर, पं जीवन
[ 29
11
प्रथम दो पन
कम
प्रचलित लेखक से भिन्न
किचित प्रवचूरि
संस्कृत में
प्रमथ व अंतिम पत्रा कम