Book Title: Agam 03 Ang 03 Sthananga Sutra Part 03
Author(s): Abhaydevsuri, Jambuvijay
Publisher: Mahavir Jain Vidyalay
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विशिष्टशब्दाः
३७६
५८५
स्थानाङ्गसूत्रान्तर्गतविशिष्टशब्दसूचिः सूत्राङ्काः विशिष्टशब्दाः सूत्राङ्काः | विशिष्टशब्दाः
सूत्राङ्काः ६३ | अप्पतिट्ठाणे १२३,१५६,१५८, अब्भणुन्नाताई
३९६ ३९० ३३०, ४५१ अब्भवद्दलगं
१८२ ५२८ अप्पतुमुतुमा
६४९ अब्भसंथडा ५९७ | अप्पत्तियं
३१२ अब्भासवत्तितं
३७०,५८५ ५४ अप्पभूतं
३९४ अभिंतरपरिसाते ५७५ १२८ अप्पमाद १७४ | अब्भुट्ठावेति
२५६ ५४२ अप्पमायपडिलेहा ५०३ अब्भुढेइ
२५६ ३६० अप्पवुट्ठिगाते
१८२ अब्भुटेज्जा १४२,१७६ ६०४ अप्पवुट्ठीकाए
१८२ | अब्भुढेत्ता
३९८,३९९ ४४५ अप्पसत्थाओ २२१ अब्भोवगमिता १०७ | अप्पसद्दा
६४९ | अब्भोवगमिओवक्कमियं ३२५ ५८५ | अप्पा
४५५ अभवसिद्धिय ४१, ६५ ५८५ अप्पाउया १८३, ३२३ अभब्विया
७७७ ५३१ अप्पाउयत्ताए
| अभासगा १८८ अप्पाधिकरण ४७५, ५९४ अभिई ३६० | अप्पाबहुए २९६ | अभिओगसेढी
७७४ ५८५ अप्पिए
अभिक्खणं २८४,३९८ ७५८ अप्पिताणप्पिते
अभिगच्छति
४१० ५९७ अफासुएणं
१३३ | अभिगम अफासे
४४१ अभिगमसम्मइंसणे ५२८ अफुसं
१७५ | अभिगहियमिच्छादसणे ४९ अबद्धपासपुट्ठा ७०४ अभिगिज्झ
६६ २३५ अबद्धिता
५८७ अभिचंद ५१८, ५५६ ३२१ अबीए
१५४ अभिमुंजिय १३०, २२३ ३२१ अबुतित्ता
१६८
६६४, ७२९ ६४९ अबुहे
३५२ अभिणंदिज्जमाणे ६९३ ११३ अब्भंगेत्ता १४३ अभिणते
३७४ अब्भंतरगे
६५ अभिती ५८९,६६९,६९४ ४२७ अब्भंतरते ५२२ अभितीणक्खते
२२७ २८९ अब्भंतरपरिसाते २०२, ४०५ अभितीयादिता
५८९ ४१६ | अब्भंतरपुक्खरद्ध ६३२ अभित्थुवमाणे
६९३
अपरिणता अपरिण्णाता अपरिपूरमाणे अपरिभूत अपरियाणित्ता अपरियादित्ता अपरियादितिता अपरिस्साई अपरिस्साती अपरिस्सावी अपसत्थकातविणते अपसत्थमणविणए अपसत्थवइविणते अपाणएणं अपाणगेणं अपाव अपावते अपासत्थयाए अपियस्सरे अपीतिकारतेणं अपुरिसवायं अपोग्गला अप्पकम्मपच्चायाते अप्पकम्मे अप्पकिरिते अप्पझंझा अप्पडिकुट्ठाई अप्पडिवाती अप्पडिसलीणा अप्पणो अप्पत्तजोव्वणा
९५
५९७ ७२६
७५१
५९
२४७
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