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कुमारे प्रियदर्शने II. 18.14b कुमारे भरते वृत्तिः II. 58.20a कुमारोऽक्षश्च सूदितः V. 48.8d कुमारो निह तश्चाक्षः VI. 60.75c कुमारोऽयं वसुमि VII. 54.8a कुमारो रावणात्मजः VI. 7I.9ob कुमारोऽप्य दस्तस्मात् V. 13.49c कुमारी चाभ्यषेचयत् VII. ICO.Igd कुमारौ चारुवपुषौ I. 22 Ioa ,, देववर्णिनी II. 92.24b ,, सबलानुगौ VII. I00.17b कुमार्यों हेमभूषिताः II. 67.17d कुमारं रणपण्डितम् V. 58.125d
मुदं गन्धमादनम् VII. 39.20d कुमुदं च महाबलं VI. 66.4d ,, चव दुर्धर्षम् VII. 40.40 ,, चैव वानरम् VI. 73 6od कुमुदसुषेणगवाक्षरम्मताराः VI. 66.33b कुमुदस्तु महातं ज': VI. 31.30c कुमुदस्य सुषेणस्य IV. 3.Ila कुमुदादयोर्वापि V. 3.15a कुमुदैरुत्पलश्चव VII. II.42a कुमुदेश्वोत्पलैस्तथा VI. 4.85b कुमुदो द्विविदो मैन्द: VI. 71.39a कुमुदो नाम यूथपः VI. 26.26d कुम्भकर्ण कुठे जातः VI. 64.2a कुम्भकर्णगुहां रम्याम् VI. 60.24c कुम्भवण जयाय च VI. 65.IId कुम्भकर्णदशग्रीवो VII. 9.37c कुम्भवण नयानयो VI. 64.3b कुम्भकर्णनिवेशम् V. 6.18b
, , V. bo.22d कुम्भकर्णपदानुगान् VI. 67.43d कुम्भकर्ण प्रहस्तय: VI. 68.22b कुम्भकर्णप्रह गर्तः VI. 61.18a
| कुम्भकर्णवलाभिज्ञ: VI. 65.16a कुम्भकर्ण बलार्दितान् VI. 67.1331 कुम्भकर्णभुजाभ्यां तु VI. 67.27a कुम्भकर्णमथाश्वस्त: VI. 61.22c कुम्भकर्णमबोधयत् VI. 61.29b कुम्भकर्णमभिद्रवन् VI. 67.4d कुम्भकर्णमरिंदमम् VI. 60.30d कुम्भकर्णमरिंदमम् VI. 60.71b कुम्भकणमवस्थितम् VI. 62.12d कुम्भकर्ण महाबल VI. 68.10b कुम्भकर्ण महाबाहो VII. 10.44a
कुम्भकर्णमिदं वाक्यम् VI. 60.88c । कुम्भकर्णमुपस्थितम् VI. 6.2.71) | कुम्भकर्णमुपाद्रवन VI. 67.24d
कुम्भवर्णवबोधार्थम् VI. 10.37c कुम्भकर्णविहीन रय VI. 68.I7c कुम्भकर्णशिरो भाति VI. 67.168a कुम्भकर्ण तु रघवः VI. 126.50b कुम्भकर्ण ददर्श ह VI. 61.Id
, , ,, VI. 61.2Id कुम्भकर्णं प्रतीक्ष्येव VI. 61.31a
प्रदुद्रुववुः VI. 67.30d महाकार्यम् VI. 67.2c
महानिद्रम् VI. 60.27c ,, महाबल: VI. 67.130d
महाबला: VI. 67.130d महाबलम् VI. 60.18b महाबलाए VI. 61.11b
VI. (5.150
VI. 65.35d , VI. 67:57b , VI. 67.52d
, VI. 68.6b ,, महाबाहुम् VI. 67.52c , महाहवे VI. 67.42d
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