Book Title: Sumanmuni Padmamaharshi Granth
Author(s): Bhadreshkumar Jain
Publisher: Sumanmuni Diksha Swarna Jayanti Samaroh Samiti Chennai

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Page 17
________________ विराट् व्यक्तित्व के धनी माधुर्य, सरलता, सद्भावना के प्रतीक देदीप्यमान जीवन प्रभाव : गुरुदेव के उपदेश का अभिनन्दन : संयमी जीवन का जैन समाज के ज्वाजल्यमान नक्षत्र एक आदर्श महापुरुष श्रमण संघ की शान मेरे विचार नई पीढ़ी के मार्गदर्शक करुणाशील निर्ग्रन्थ ज्ञानी एवं दार्शनिक महापुरुष जिनवाणी के सफल जादूगर सरस्वती पुत्र : मुनि श्री सुमनकुमार जी श्रमणसंघ का अद्वितीय सुमन महावीर - सिद्धांतों के कुशल संवाहक संत गुरु शुक्ल के सच्चे उत्तराधिकारी अविस्मरणीय हैं और रहेंगे सुमनाः सुमनाः सुमन-सौरभ सरलता साधुता के प्रतीक संयम का अभिनन्दन साधना सम्पन्न महानयोगी लोक में आलोक के प्रतीक प्रकाश पुरुष गुरुदेव स्व-पर कल्याण रत गुरुदेव ! अभिनन्दन एवं मंगल कामना एक बहुआयामी व्यक्तित्व मृदु-हृदय मुनिराज संयम को नमन पूज्य गुरुदेव का चमत्कारी व्यक्तित्व सामाजिक चेतना के संवाहक शत-शत अभिनन्दन वीतराग वाणी के महान् व्याख्याता अभिनन्दन एवं मंगलकामना यशस्वी मुनिपुङ्गव Sri. Suman Muniji : A Saint of Great Wisdom Jain Education International श्री भंवरलाल बैताला श्री शांतिलाल खाबिया श्री कैलाशमल दुगड़ श्री मोतीलाल जैन श्री एन. सुगालचन्द जैन श्री जवाहरलाल बाघमार के. पिस्तादेवी बोघरा सौ. शकुन्तला मेहता श्री तेजराज सिंघवी श्री महावीरचंद जैन श्री उत्तम राजेश जैन श्री एस. मदनलाल गुन्देचा श्री पारसमल दक श्री रमेशचन्द्र जैन श्री पारस गोलेच्छा श्री कैलाशचन्द्र जैन एडवोकेट श्री बनारसीदास जैन श्री मोतीलाल जैन कृ. श्रीनिवासः श्री सज्जनराज तालेड़ा श्री हीराचन्द गोलेच्छा श्री चम्पालाल मकाणा युवामनीषी श्री सुभाषमुनि जी श्री घीसूलाल हिंगड़ श्री भंवरलाल गोठी, रिखवचन्द लोढ़ा श्री इन्द्रचन्द मेहता डॉ. साध्वी श्री सरिता श्री राजेन्द्रपाल जैन श्रीमती दमयंती भंडारी श्री डूंगरचंद शांतिलाल रांका श्री मदनलाल मरलेचा श्री मांगीलाल कोठारी श्री देवराज बम्ब श्री सुरेन्द्रभाई एम. मेहता श्री किशनलाल बैताला श्री राजकुमार जैन Nawrathan K. Kothari For Private & Personal Use Only ५६ ५६ ६० ६० ६१ ६१ ६१ ६२ ६३ ६४ ६४ ६५ ६६ ६७ ६८ ६६ ६६ ७० ७१ ७३ ७३ ७३ ७४ ७४ ७५ ७५ ७५ ७६ ७७ ७७ ७८ ७८ ७६ ७६ το το 81 www.jainelibrary.org

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