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वोलो जय भिक्षु, आर्य कहलाने वाले !
वोलो जय भिक्षु. शिवपुर जाने वाले ! तेरापंथ पंथ के नेता, जैन-संस्कृति के निर्णता, विमल आत्मबल विश्व विजेता, धर्म-धुरा रखवाले ॥१॥
सन्त, अनन्त मनोवल भिक्षु, धर्माचार्य, आर्य-वर भिक्षु, अमित अथाह कार्य-कर भिक्षु,
दुनिया के उजियाले ॥२॥ मर्यादा पुरुषोत्तम भिक्षु, संघ-संगठन कारक भिक्षु, नव नव आविष्कारक भिक्षु, निरुपम चरित निराले ॥३॥
अपनी मां के एक ही भिक्षु, अपनी राह के एक ही भिक्षु, सत्य सलाह के एक ही भिक्षु,
वीर वृत्ति में आले ॥४॥ स्वच्छ साधुता-पोषक भिक्ष, दंभ शिथिलता-शोषक भिक्षु, दुर्गुण के परिमोषक भिक्षु,
क्रान्ति जगाने वाले ॥५॥
लय-तोता उड़ जाना
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[श्रद्धेय के प्रति