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धर्म पर डट जाना, है वीरों का काम । वीरता दिखलाना, है धीरों का काम ।। हुए न्यौछावर 'गजसुकुमाल'. 'मुकौगल' ने कर दिया कमाल, 'सन्त खन्धक' सा हृदय विशाल, वना कर दिखलाना, है वीरों का काम ||१|| धर्म पर धर्मरुची' कुर्वाण, चढ़ाये सन्त पांच सौ प्राण, अडिगता 'मुनि मेतायं' समान, वक्त पर बतलाना, है वीरो का काम ।।२।। धर्म में 'जम्बू' का अनुराग, 'नेमि-राजुल' का विमल विराग, 'विजय-विजया' के सदृश त्याग, तुला पर तुल जाना, है वीरो का काम ।।३।। 'सती सीता' का धीज महान, 'सुभद्रा' का सतीत्व बलवान, 'धारिणी' ज्यों जीवन बलिदान, समय पर कर पाना, है वीरों का काम ॥४॥ धर्म है अत्राणों का त्राण, धर्म है अप्राणों का प्राण, धर्म से है 'तुलसी' कल्याण, हृदय से अपनाना, है वीरों का काम ॥५॥
लय-डट जाना
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[श्रद्धेय के प्रति