Book Title: Shraddhey Ke Prati Author(s): Tulsi Acharya, Sagarmalmuni, Mahendramuni Publisher: Atmaram and Sons View full book textPage 99
________________ पटवर भारमल्ल, ऋपिराया, जयजय, मव माणकलाल, डालगणि, कालू ग्रप्टम पट महाराज ।' अधिराज || वा भाग्य योग भिक्षु-गण पायो, तेरापन्थ प्रख्यात । परम प्रमोद मनावै गणपति, 'तुलसी' वदना-जात ॥ ६६] [ श्रद्धेय के प्रतिPage Navigation
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