Book Title: Nal Damayanti
Author(s): Purnanandvijay
Publisher: Purnanandvijay

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Page 8
________________ शुद्धिपत्रक पंक्ति अशुद्ध 10 . ii - शुद्ध गुणोपेत क्योंकि कन्या की आजवह चिताविष्ट झंकार पापभीरुता जीव को आयुष्य आराधित is तथा worrrrrrrrrrr>>>>>>>>>>>> गणीपेत योंकि कन्या आज चिन्ताविष्ट झनाकार पापभीरता जीव की आमुष्य आधारित तथी भमंकर राजाओं की गय मुश्कली छोट पवित्र निकचित अपभ्राज कर्तव्य जंगल म M2MMor M2MMMr >> vur My 2009 942 भयंकर राजाओं के गये मुश्किली छोटे पवित्रता निकाचित अपभ्राजन कर्तव्य है जंगल में 15 41. 43. 44, करे 44. 45. 48. 49. वने पडाव से आयुष्यकर्स उतावली कर बनावे पडाव में आयुष्यकर्म उतावल * P.P. Ac. Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust

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