Book Title: Katharatnasagar
Author(s): Munichandrasuri
Publisher: Omkar Gyanmandir Surat

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Page 10
________________ FORMATree अशुद्धिपत्रक पृष्ठ शुद्धपाठ। पंक्ति २० पृष्ठ ८० पंक्ति ८ तराम् २२ १८ ६ ८४ ९५ 8 w x w a on w ra शुद्धपाठ °ज्य म° उदेष्यति भवत् रेणैव °शाय °नोऽयं नोऽपि °वृत्तान्तः °पाययत् °सोऽपि °ण यो शाश्वतीं मूर्च्छितः उदमील° शिरश्छेत्तु सह सं. कुरुते गुरूणा ज्वलैः |९८ | १०६ | १०८ |११६ १२६ १३२ १८ ५ ७ ७ २० °नाच्च त्र ग° तत्याज °लयत् °द्धर्म तो म° स वि नन्दन ! कृथाः °पमान् °वानिदम् १३७ १३७ १३९ २४ १९ ă a woma o & ६८ ७० ७२ तीव वि व्यधात् °दाऽद्रा चौरोऽचि नत्वाऽपृ° गच्छन् पपृच्छ | १४० १६४ १७६ १७९

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