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• आदर्श पतिव्रता भारत की ये गृह-देवी ही,
विश्व-वन्द्य गुण गरिमा हैं । शक्ति-शालिनी दुर्गा हैं,
बस आर्य-जाति की महिमा हैं । जब भी जो कुछ मन में आया,
अनायास कर दिखलाया । देवराज का रत्न-मुकुट भी,
निज चरणों में झुकवाया ।।
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