Book Title: Agam 43 Mool 04 Uttaradhyayana Sutra ka Shailivaigyanik Adhyayana
Author(s): Amitpragyashreeji
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 16
________________ षष्ठ अध्याय २०१-२३१ उत्तराध्ययन की भाषिक संरचना भाषाविज्ञान १. ध्वनिविज्ञान स्वर, उत्तराध्ययन के परिप्रेक्ष्य में स्वर-परिवर्तन, व्यंजन, संयुक्त व्यंजन, असंयुक्त व्यंजन, समीकरण, विषमीकरण, आगम, लोप, महाप्राणीकरण, घोषीकरण, अघोषीकरण, ऊष्मीकरण, तालव्यीकरण, मूर्धन्यीकरण, दन्त्यीकरण, ओष्ठ्यीकरण स्वराघात पदविज्ञान नाम, आख्यात उपसर्ग, निपात, तत्सम, तद्भव, देश्य, वाक्यविज्ञान रचनामूलक वाक्य, अर्थमूलक वाक्य, क्रियामूलक वाक्य अर्थविज्ञान अर्थविस्तार, अर्थसंकोच, अथदिश, अर्थोत्कर्ष, अर्थापकर्ष २३२-२४० सप्तम अध्याय निकष प्रयुक्त ग्रंथ-सूची २४१-२५६ Jain Education International 2010_03 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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