Book Title: Agam 15 Upang 04 Pragnapana Sutra Part 05 Sthanakvasi
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
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गतिपरिणाम विशेषरूप वेदनादि का निरूपण प्रकारान्तरसे वेदना का निरूपण -
छत्तीसवां पद
विषयसंग्रहिणी गाथा का कथन समुद्घात का कथन -
अतीत वेदनादि समुद्घात का निरूपणकादिकों के समुद्घात का निरूपणवेदनासमुद्घात विशेष का कथनकषायसमुद्घात का निरूपणमारणान्तिकसमुद्घातादि विशेष का निरूपण - नैरयिकों के समुद्घात का कथन
समुद्घातगत जीवों के अल्पबहुत्व का निरूपणकषायसमुद्घात का निरूपण -
क्रोधादि समुद्घात के अल्प बहुत्व का निरूपणछद्मस्थों के समुद्घात का कथनवेदनासमुद्घातगत जीवों के स्वरूप का निरूपणवैक्रियादिसमुद्घात विशेष का निरूपण - केवलसमुद्घातगत क्षेत्र का निरूपण केलीसमुद्घात के प्रयोजन का निरूपण
केवलसमुद्घात का विशेष कथन
सयोगावस्था में सिद्धि आदि के अभाव का कथन
શ્રી પ્રજ્ઞાપના સૂત્ર : ૫
समाप्त
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८७५-८९४
८९५-९०९
९१०-९१४
९१५-९२४
९२५-९३६
९३७-९४६
९४७-९५०
९५८-९७३
९७४ - ९८८ ९८९-१००३
१००४ - १०२८
१०२९-१०४२
१०४३ - १०५३
१०५४ - १०६१ १०६२-१०८४
१०८५-११०७
११०८ - १११८ १११९-११३५
११३६-११४१
११४२-११६०