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११७. पुरुष चार प्रकार के होते हैं-(१) कोई प्रतीच्छा-(सूत्र और अर्थ का ग्रहण अथवा प्रति प्रश्न-पूछे हुए विषय में दुबारा पूछना) करता है, किन्तु करवाता नहीं है। (जिज्ञासु या तार्किक), (२) कोई प्रतीच्छा करवाता है, किन्तु करता नहीं है। (लज्जालु या तर्कशील), (३) कोई प्रतीच्छा करता ॥ भी है और करवाता भी है। (कुछ जिज्ञासा और कुछ लज्जा के कारण), (४) कोई प्रतीच्छा न करता है और न करवाता है। (पूर्ण श्रुतज्ञानी या मूढ़)
११८. पुरुष चार प्रकार के होते हैं-(१) कोई स्वयं प्रश्न करता है, किन्तु प्रश्न करवाता नहीं है। 9 (२) कोई प्रश्न करवाता है, किन्तु स्वयं करता नहीं है। (३) कोई प्रश्न करता भी है और करवाता भी 卐 है। (४) कोई न प्रश्न करता है और न प्रश्न करवाता है।
११९. पुरुष चार प्रकार के होते हैं-(१) कोई सूत्रादि का व्याख्यान-(विवेचन) स्वयं करता है, 卐 किन्तु अन्य से करवाता नहीं है (समर्थ विद्वान्)। (२) कोई व्याख्यान करवाता है, किन्तु स्वयं करता
नहीं है (अल्पज्ञ पुरुष)। (३) कोई व्याख्यान करता भी है और अन्य से करवाता भी है (साधारण ज्ञानी)। (४) कोई न स्वयं व्याख्यान करता है और न अन्य से करवाता है। (अभिमानी या दुराग्रही) ।
१२०. पुरुष चार प्रकार के होते हैं-(१) कोई पुरुष सूत्रधर (सूत्र का ज्ञाता) होता है, किन्तु ॐ अर्थधर (अर्थ का ज्ञाता) नहीं होता। (२) कोई अर्थधर होता है, किन्तु सूत्रधर नहीं होता। (३) कोई सूत्रधर भी होता है और अर्थधर भी होता है। (४) कोई न सूत्रधर होता है और न अर्थधर होता है।
116. Men are of four kinds—(1) Some man gives recitation (vachana) * to others and does not get lessons from others (acharya / upadhyaya). (2) Some man gets lessons from others and does not give recitation himself (neo-initiate). (3) Some man gives recitation and gets lessons as
well (a generous scholar). (4) Some man neither gives nor gets lessons (a 卐 Jinakalpi or an idiot).
117. Men are of four kinds—(1) Some man does pratichchha (understands the meaning of the canon by asking questions again) and does not allow others to do so (a curious or a contentious person). (2) Some man allows others to do pratichchha and does not do it himself (a shy or a logic oriented person). (3) Some man does pratichchha and allows others as well to do so (a bit shy and a bit curious person). (4) Some man neither does pratichchha himself nor allows others to do so (a complete scholar of canons or a fool). _____118. Men are of four kinds (1) Some man asks questions (prashna) and does not allow others to do so. (2) Some man allows others to ask questions and does not do that himself. (3) Some man asks questions and allows others as well to do so. (4) Some man neither asks questions himself nor allows others to do so.
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| स्थानांगसूत्र (१)
(376)
Sthaananga Sutra (1)
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