Book Title: Agam 03 Ang 03 Sthanang Sutra Part 01 Sthanakvasi
Author(s): Amarmuni, Shreechand Surana
Publisher: Padma Prakashan

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Page 516
________________ फफफफफफफ 卐 卐 卐 Mental concentration is essential for studies. There is an incident from Ramayan confirming this-Shri Rama asked Hanuman about Sita's health when he returned from Lanka. Hanuman replied "Sita has become weak just as the knowledge of a student who studies on a pratipada becomes weak." फ २५७. णो कप्पति णिग्गंथाण वा णिग्गंथीण वा चउहिं संझाहिं सज्झायं करेत्तए, तं जहापढमाए, पच्छिमाए, मज्झण्हे, अड्ढरत्ते । २५८. कप्पइ णिग्गंथाण वा णिग्गंधीण वा चउक्कालं फ्र सज्झायं करेत्तए, तं जहा - पुव्वण्हे, अवरण्हे, पओसे, पच्चूसे । २५७. निर्ग्रन्थ और निर्ग्रन्थियों को चार सन्ध्याओं में स्वाध्याय नहीं करना चाहिए। जैसे( १ ) प्रथम सन्ध्या - सूर्योदय का पूर्वकाल, (२) पश्चिम सन्ध्या - सूर्यास्त के पीछे का काल, (३) मध्याह्न फ सन्ध्या - दिन के मध्य समय का काल, और (४) अर्धरात्र सन्ध्या - आधी रात का समय । २५८. निर्ग्रन्थ और निर्ग्रन्थियों को चार कालों में स्वाध्याय करना चाहिए। जैसे - ( १ ) पूर्वाह्न में - दिन के प्रथम पहर में, ( २ ) अपराह्न में - दिन के अन्तिम पहर में, (३) प्रदोष में- रात के प्रथम पहर में, और (४) प्रत्यूष में- रात के अन्तिम पहर में । 卐 फ्र 卐 257. Nirgranth and nirgranthi (male and female ascetics) should 5 not study on four sandhyas (the four periodic junctures in a day)卐 (1) pratham sandhya-dawn (immediately before dawn is the proscribed period), (2) pashchim sandhya-dusk (immediately after dusk is the proscribed period), (3) madhyanha sandhya - mid-day ( around mid-day 5 His the proscribed period) and (4) ardharatra sandhya-midnight (around 卐 midnight is the proscribed period), 258. Nirgranth and nirgranthi 卐 (male and female ascetics) should study during four periods of a day(1) purvanha-first quarter of the day, (2) aparanha-last quarter of the 5 day, (3) pradosh — first quarter of the night, and (4) pratyush --last quarter of the night. विवेचन - दिन और रात्रि के सन्धिकाल को तथा दिन व रात के मध्यकाल को सन्ध्या कहा जाता है। इन सन्ध्याओं में स्वाध्याय के निषेध का कारण यह बताया गया है कि ये चारों सन्ध्याएँ ध्यान का समय हैं। ध्यान के लिए यह अमृत वेला है। इस समय में अन्तःस्रावी ग्रन्थियाँ विशेष सक्रिय रहती हैं। फ्र फ 卐 Jain Education International (434) 卐 Elaboration-The junction of day and night as well as middle of the day and middle of the night are called sandhya or periodic junctures in a day. The reason for negating studies during these junctures is that these are the ideal periods for meditation and during these periods the endocrine glands are said to be hyperactive. स्थानांगसूत्र (१) For Private & Personal Use Only Sthaananga Sutra (1) 5 फ फ्र www.jainelibrary.org.

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