Book Title: Aapki Safalta Aapke Hath
Author(s): Chandraprabhsagar
Publisher: Jityasha Foundation

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Page 34
________________ खरीद लिया और आज उसी के नाम से पूरे विश्व में 'लिप्टन टी' बिक रही है। अर्थात् कड़ी मेहनत ही आदमी को अच्छे परिणाम देती है। आपने 'निरमा वाशिंग पाउडर' का नाम सुना होगा? बात उस समय की है जब हम अहमदाबाद में थे। उस समय निरमा पाउडर का मालिक केलिको मिल का वॉशिंग लिक्विड माटी के घड़े में भरकर, हाथ ठेलागाड़ी में आता और एक रुपए की एक बोतल के हिसाब से उसे बेचता। मेरी समझ से इस बात को पच्चीस-तीस बरस हुए होंगे। वह मुझसे भी पांच-छ: बार मुखातिब हुआ था। जो व्यक्ति केलिको मिल का कपड़े धोने के बाद बचा हुआ लिक्विड बेचा करता था, आज पूरे भारत में उसका 'निरमा पाउडर' बिक रहा है। यह उस व्यक्ति की कड़ी मेहनत, प्रबल इच्छाशक्ति और दृढ़ संकल्प का ही परिणाम है। जीवन में यदि कामयाबियाँ हासिल करनी हैं तो कुछ बुनियादी उसूलों को हर पल जीना होगा। उन्हीं उसलों में एक है सकारात्मक नजरिया। हम अपनी सोच और नजरिये को सदा सकारात्मक रखें। नजरिया जितना बेहतर और रचनात्मक होगा, आप अपने लक्ष्य के उतने ही करीब पहुँच सकेंगे। ___ सफलताएँ नजरिए का ही परिणाम होती हैं। जितना ऊँचा लक्ष्य, उतनी अधिक सफलता। देखिए नजरिए-नजरिए के फर्क को । एक व्यक्ति मकान बना रहा था। सामने से दूसरा व्यक्ति गुजरा। उसने पूछा- क्यों भाई जान! क्या कर रहे हो?' उसने जवाब दिया-'रोटी-रोजी की व्यवस्था कर रहा हूँ।' प्रश्नकर्ता ने यही प्रश्न दूसरे व्यक्ति से पूछा। उसने उत्तर दिया'साहब, मकान बना रहा हूँ।' प्रश्नकर्ता ने यही सवाल तीसरे व्यक्ति से किया तो उसने उत्तर दिया- 'एक सुन्दर इमारत बना रहा हूँ।' कार्य तो एक ही है किन्तु जवाब अलग-अलग है। यह भिन्नता नजरिए के फर्क के कारण ही है। जो व्यक्ति यह सोचता है कि रोजी-रोटी की व्यवस्था कर रहा हूँ, वह व्यक्ति शाम को सौ या डेढ़ सौ रुपये से ज्यादा लेकर नहीं पहुँचेगा। जो यह सोचकर काम कर रहा है कि मकान बना रहा हूँ, वह दो या तीन सौ रुपये कमा लेगा। लेकिन जो यह सोचता है कि एक सुंदर इमारत बना रहा हूँ, वह निश्चित ही क्या करें कामयाबी के लिए? ३३ Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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