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ये छोटे-छोटे सूत्र, ये छोटे-छोटे मंत्र ज्योतिकणों के समान व्यक्ति को तनाव से बचा सकते हैं, उसे तनाव से मुक्त कर सकते हैं। बेहतर होगा कि आप यह कोशिश करें कि अपने आप को व्यस्त रख सकें। आप अपने कार्य से प्यार करना सीखें । ये बातें जीने जैसी हैं। यह प्रयोग हर हमेशा करें कि मुस्कुराते रहें। जैसी भी स्थिति या परिस्थिति हो, दिल से मुस्कुराना न भूलें। सुबह आँख खुली कि अंग-अंग मुस्कुरा उठे। कभी रात में भी नींद खुल जाए तो भी मुस्कुरा दें और पुनः सोने का प्रयास करें। अगर नींद न आए तो वे ही बातें याद करें जो आपको सुकून देती हैं, आपमें मिठास भरती हैं। हमारी भावदशा ऐसी हो जैसे खिला हुआ फूल।
तनाव से बचना और मुक्त होना हमारे ही हाथ में है। हम चाहें और वह काम न हो यह कैसे संभव है? इस वक्त भी प्यार से मुस्कुराइए और हर हाल में मस्त रहिए ! जीवन को बहुत सहजता से जिएँ । सहजता तनाव-रहित जिन्दगी की धुरी है। सहज जिएँ, सौम्य रहें, व्यस्त और मस्त रहें। आज के लिए अपनी ओर से इतना ही निवेदन है। आप सभी के अन्तर्मन में विराजित परमपिता परमेश्वर की दिव्य आभा को प्रणाम !
मुस्कान लाएँ, तनाव हटाएँ
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