Book Title: Uvangsuttani Part 04 - Ovayiam Raipaseniyam Jivajivabhigame
Author(s): Tulsi Acharya, Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

View full book text
Previous | Next

Page 647
________________ ५७० आई [ आजिन ] जी० ३।२८४,१०७६ आई [ आजिनक ] ओ० १३ रा० ३७,१८५, २४५. जी० ३।२६७, ३११ आउ [आयुष्] जी० १११२८ आउ [ दे० अप्] जी० २।१३०, १३६, ३।१२३, ६७४ ५८,१२,२०,२७,२६,३३,३६; ६।२५७ काइ [ अकायिक ] जी० १।१२; ३ । १८२, १८४,२५६,२६२,२६६ ५६, १८; ८५ काय [अकाय ] जी० ३।१३५,७२५,७२८ Tears [ अकायिक ] जी० ११६३,६५, -२१०२, १३८, १४६, १४६, ३।१३५, ५।१, १६,२० = १ आक्खय [ आयु:क्षय ] ओ० १४१. रा० ७६६ आज [ आतो ] रा० ७०,७१,७५ आउषागार [ आयुधागार] ओ० १४. रा० ६७१ आउ [ आयुक] ओ० ४४,६१ से ६३, १५७, १७१,१८८. रा० ७५३. जी० १।५१,५५,६१, ८७, १०१,११६, १२७,१३३; ३।१५५,६३० आउर [ आतुर ] रा० ७६०, ७६१. जी० ३ ११८, ११६ आउ [ आकुल ] ओ० ६३. जी० ३१८४ आउस [ आयुष्मत् ] ओ० ७६,१२०,१७०. रा० १३१,१३२,१४७ से १५१,१८५, १६७,६६८, ७५०, ७५२,७८६. जी० १ ५६,६२,६५,८२,६६, १२८, १४०, ३१७६, १७८, १८०, १८२,२५६, २६६, २६७,३०१,३०२,३२१ से ३२४, ५८२, ५८६ से ५६५,५६८,६००,६०३ से ६०७,६०६ से ६१७,६२०,६२२ से ६२५,६२७,६२८,६३०, ६५,१०५६,११२० आउसेस [ आयु:शेष ] रा० ८१६ आउ [ आयुध ] रा० ६६४,६८३. जी० ३।५६२ आज्ज [ आदेव ] जी० ३।५६७ आएस [आदेश ] जी० २ १५०, ६१२२ आओ [आयोग ] ओ० १४,१४१ ० ६७१,७६६ आओस [आक्रोश ] रा० ७६६ Jain Education International आई-आगर आओसित [आक्रोष्टुम् ] रा० ७६६ आकति [आकृति ] रा० १४८ आकारभाव [आकारभाव ] जी० ३।२५६ आकासतल [ आकाशतल ] जी० ३।५६४ आकिति [ आकृति ] जी० ३।४५४ आकोसायंत [आकोशायमान, विकसत् ] जी० ३५६६,५६७ आगइ [ आगति ] जी० १।१४ आइय [ आगतिक ] जी० १।७४,७७,८७,८८,६६, १०१ आगंतुं [आगन्तुम् ] रा० ७५० √ आवच्छ [ आ + गम् ] -- आगच्छइ ओ० १७७ -- आगच्छंति जी० ३।२३६ – आगच्छिज्जा रा० ७०६ - आगच्छेज्ज ओ० १८०.-आगच्छेज्जा ओ० २१. जी० ३१६६आगच्छेह रा० ७६५ आगच्छित्तए [ आगन्तुम् ] रा० ७५९ आगत | आगत ] रा० १७३. जी० ३।२६५,२८५ आगति [ आगति ] रा० ८१५ आगति [ आगतिक ] जी० १ ५६,६२,६४,६५, ६७,७६,८०, ८२, १०३,१११, ११२,११६,११६, १२१,१२३, १२८, १३४,१३६ आगमण [ आगमन ] ओ० ५१. रा० ६८६ आगमणागमणपविभत्ति [ आगमनागमनप्रविभक्ति ] २० ८७ आगमेसिभद्द [ आगमिष्यद्भद्र ] ओ० ७२ आगम्म [आगम्य ] ओ० २ आग [ आगत ] ओ० ५२. रा० ४०,७०,१३२, ६८५,६८७,६५६, ७१३,७६५, ८०२. जी० ११६६ आगर [ आकर ] ओ० ६८,८१ से ३,६५,६६, १५५,१५८ से १६१, १६३,१६८. रा० ६६७. जी० ३१८४१ आगार | आकार ] ओ०१६. जी० ३।४८ से ५०, ३०३,३४६,३५७, ६३७, ६५६, ७३८, ७४३, ७६३,११२२ For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 645 646 647 648 649 650 651 652 653 654 655 656 657 658 659 660 661 662 663 664 665 666 667 668 669 670 671 672 673 674 675 676 677 678 679 680 681 682 683 684 685 686 687 688 689 690 691 692 693 694 695 696 697 698 699 700 701 702 703 704 705 706 707 708 709 710 711 712 713 714 715 716 717 718 719 720 721 722 723 724 725 726 727 728 729 730 731 732 733 734 735 736 737 738 739 740 741 742 743 744 745 746 747 748 749 750 751 752 753 754 755 756 757 758 759 760 761 762 763 764 765 766 767 768 769 770 771 772 773 774 775 776 777 778 779 780 781 782 783 784 785 786 787 788 789 790 791 792 793 794 795 796 797 798 799 800 801 802 803 804 805 806 807 808 809 810 811 812 813 814 815 816 817 818 819 820 821 822 823 824 825 826 827 828 829 830 831 832 833 834 835 836 837 838 839 840 841 842 843 844 845 846 847 848 849 850 851 852 853 854