Book Title: Uvangsuttani Part 04 - Ovayiam Raipaseniyam Jivajivabhigame
Author(s): Tulsi Acharya, Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 831
________________ ૪ सय सहस्स] [ शतसहस्र ] ओ० १,२१,४६,५४,६८, ६४,६५,१७०,१६२. रा० १४, १७, १८, १२४, १२६,१७०,१८८. जी० ११७३,७८,८१,१३५; ३।१२,६३ से ६६,७७, ८२, १२७, १६०, १६२, १६६ से १६८,१७१,२३२,२६०, ७०६, ७१०, ७२२, ७२३,७६४,८०२,८०६,८१२,८१५, ८२०,८२३,८२७,८३०, ८३२,८३४,८३५, ८३७,८३८१२८, ८३६, ८४१,८५०, ८५२, ६४०, ε४४,६६६, १०२७,१०३८, १०३६, १०७४ सय साहस्तिय [ शतसाहस्रिक ] रा० ५६ साहसी [ शतसाहस्री | जी० ३१६५८ सर [शर] ओ० ६४. रा० १७३,६८१,७६५. जी० ३।२८५ सर [स्वर] ओ० ६,७१. रा० १७, १८, २०, ६१. जी० ३।११८, ११६, २७५, २८५, २८६,८५७, ८६३ सर [सरस्] ओ० ६६ सरंधी [ दे० ] जी० २६ सरग [ सरक] जी० ३।५८७ सरग [ स्वरगत ] ओ० १४६. रा० ८०६ सरडी [सरटी ] जी० २६ सरण [ शरण] ओ० १६, २१, ५४. जी० ३।५६४ सरणय [ शरणदय ] ओ० १६,२१,५४. रा०८, २६२. जी० ३।४५७ सरल [ सरस्तल ] रा० २४. जी० ३।२७७ सरपंतिया [ सरः पङ्क्तिका ] रा० १७४, १७५, १८०. जी० ३१२८६ सरभ [ शरभ ] ओ० १३. रा० १७,१८,२०,३२, ३७, १२६. जी० ३।२८८,३००,३११,३७२ सरमह [ सरोमह] रा० ६८८ सरय [ शरद् ] जी० ३५६० सरल [ सरल ] जी० १।७२ सरलवण [ सरलवन ] जी० ३।५८१ सरस [सरस]ओ० २,५५,६३. रा० ३२, २७६,२८१, २८५२६१,२६३ से २६६,३००, ३०५,३१२, ३५१, ३५५, ५६४. जी० ३।३७२, ४४५, ४४७, Jain Education International सयसहस्स- सरीरग ४५१,४५७ से ४६२, ४६५, ४७०, ४७७, ५१६, ५२०,५४७,५५४ सरसरपंतिया [ सरःसरः पङ्क्तिका ] रा० १७४, १७५, १५० जी० ३।२८६ सरसी [सरसी ] रा० १७४, १७५, १८०. जी० ३।२८६ सरस [ सरस्वती ] ओ० ७१. रा० ६१ सरागसंजम [ सरागसंयम ] ओ० ७३ सरासण [ शरासन] रा० ६६४,६८३. जी० ३१५६२ सरि [ सदृश् ] जी० ३३६६६,७७५ सरिता [ सरिता ] जी० ३।४४५ सरित्तय [सदृक्त्वच्] २१० ६६,७० सरिव्वय [सद्ग्वयस् ] रा० ६६,७० सरिस [ सदृश ] ओ० १६,२२,४७. रा० ६६,७०, २७०, ७७७,७७८,७८८. जी० ३।११०,४१२, ५६६ से ५६८,६८२,७०८, ७१०, ८१४९२८, ४६, १११५ सरिसक [ सदृशक ] जी० ३।६६६ सरिस [ सदृशक] रा० ६६,७० जी० ३१६६५, ७६२ सरिसव [सर्षप ] जी० ११७२ सरिसव विगह [सर्षप विकृति ] ओ० ६३ सरिसव [ सरीसृप ] रा० ६७१ सरीर [ शरीर ] ओ० १५, २०, ५२, ५३, ८२.११७, १४३. रा० १२२,१२३, ६७२,६७३, ६८६ से ६८६,६६२,७००,७१६, ७२६, ७२८, ७३२, ७३७,७४८ से ७६४,७७० से ७७३,७६५, ७६६,८०१. जी० १११४,१६ से १८,५०, ७२।२,३,७४,८६,८८,६०,६४ से ६६, १०१, १११,११२,११६,११६, १२१, १२३, १२४, १३०,१३५; ३ ६१ से १३, १२६/४,१०, ५६८, ६६६,१०८७,१०८६ से १०६२ सरीरंग [ शरीरक ] रा० ७६५. जी० १।१५,५६, ७४,७७,७६,८०, ८२, ८५, ६०, ६३, १०१, १०३, ११६, १२८, १३०, १३५; ३/६४, १३६, १०६०, For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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