Book Title: Uvangsuttani Part 04 - Ovayiam Raipaseniyam Jivajivabhigame
Author(s): Tulsi Acharya, Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati
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७३४
विक्खरिज्जमाण-विज्जुदंत
२२१,२२२,२२४,२२६,२२७,२३०,२३१, विच्छविय [विच्छिविक] जी०३६६ २३३,२३८,२३६,२४२,२४४,२४६,२४७, विच्छिण्ण [विस्तीर्ण] ओ० १४,१६. रा० ६७५, २५१ से २५३,२६१,२६२,२७२. जी० ३१५१ ७७४. जी० ३।२६१,३५२.५६६,५६७,६३२, ८१,८२,८६,१२७,२१७,२२२,२२६,२६० से
६३६,६८६८-२ २६३,२७३,२६८,३००,३०७,३१०,३५१ से विच्छिन्न [विस्तीर्ण] रा०६७१ ३५५,३५८,३५६,३६१,३६२,३६४,३६५,
विच्छिप्पमाण [विस्पृश्यमान ओ० ६६ ३६८ से ३७४,३७६,३७७,३८०,३८१,३८३, विच्छ्य [वृश्चिक] जी० ३८५ ३८५,३८६,३६२,३६३,३६५,४००,४०१,
विजढ [वित्यक्त] जी. ३३५४,५६ ४०४,४०६,४०८,४१२ से ४१४,४२२,४२५, विजढपृथ्व [वित्वक्तपूर्व] जी. ३३५४,५६ ४२७,४३७,५७७,६३२,६३४,६३६,६४२,
विजय [विजय ] ओ० २०,५३,६२,६४,६८,१६२. ६४४,६४६,६४७,६४६,६५३,६५५,६६१,
रा० १२,४६,५०,५२,५६,७२,११८,१३७, ६६३,६६८,६७१ से ६७५, ६७६,६८३,६८५,
२३१,२४७,२७६,२७६,६६५,६८३,६८६, ६८६,७०६,७२३,७२६,७३२,७३६,७३७,
७०७,७०८.७१३,७२३. जी०३।१८१,२६९ से ७५४,७५६,७५८,७६२,७६५,७६८,७७०,
३०७.३१५,३३५,३३६,३३६ से ३५१,३७२, ७६४,७६५,७६८,८१२,८२३,८३२,८३५,
३६३,४०२,४१०,४२६,४३२,४३५,४३६ से ८३६,८५०,८८२,८८४,८८५,८८७,८८८,
४५७,५५५ से ५६५,६०१,६३८,६६०,६६५, ८६१,८६३ से ८६५,८६७,८६६ से १०१,
७०१,७०७ से ७१०,७१३,७६२,७७५.७६६, १०६,६०७,६१०,६११,६१८,६५२,१०१० से ८००,८१३,८१४,८२४,८२५,८५१,८६८, १०१४,१०७३,१०७४
६१६,६३७,६३६,६४०,६४४ विक्खरिज्जमाण [विकीर्यमाण] जी० ३।२८३
विजयदूस [विजयदृष्य ] रा० ३८,३६. विक्खेवणी [विक्षेपणी] ओ० ४५
जी० ३।३१२,३१३,३३८,६३४,८९२ विग [वृक] जी० ३२८४,२७७,६२० विगय [विगत ] जी० ३८४
विजया [विजया] जो० ३।३५०,३५१,३५४,३५५, विगसिय [विकसित] रा०८,७१४
३५७,३५८,३६०,४३६,४४२,४४५ से ४४८, विगोवइत्ता [विगोप्य ] ओ० २३. रा० ६६५
५५४,५५५,५५७,७०४,७१०,७३६,७४४,९०२ विग्गह [विग्रह ] ओ० ५६
विजाति [विजाति] जी० ३१७८१,७८२ विग्गहिय [विगृहीत] जी० ३।५६८
विज्जा [विद्या] ओ० २५. रा०६८६ विचरिय [विचरित] जी० ३।११८,११६ विज्जाघर [ विद्याधर] जी० ३।७६५ विचिक्की [ दे० ] रा० ७७
विज्जाहर [विद्याधर] ओ० २४. रा० १७,१८, विचित्त [विचित्र] ओ० ६,४७,४८,६३,७२.
२०,३२,१२६. जी. ३।२८८,३००,३७२,७६५, रा० १७३,२२८,६८१. जी० ३।२७५,२८५, ८४०,८४१ ३८७,५८७,५८६,५६१,६७२
विज्ज [विद्युत् ] ओ०४८,५७. रा० १३३. विच्छड्डुइत्ता [विच्छz ] ओ० २३
जी०१७८; ३।३०३,५६०,११२२ विच्छड्डित्ता [विच्छद्य ] रा० ६६५
विज्जुकार [विद्युत्कार] जी० ३८४१ विच्छड्डिय [विच्छदित ओ० १४,१४१. रा०६७१, विज्जुत [विद्युत् ] जी० ३।६२६ ७६६
विज्जवंत [विद्युद्दन्त ] जी० ३।२१६
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