Book Title: Uvangsuttani Part 04 - Ovayiam Raipaseniyam Jivajivabhigame
Author(s): Tulsi Acharya, Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati
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६४४
तारावलिपविभत्ति [ तारावलिप्रविभक्ति ] रा० ८५ ताराविमाण [ता विमान ] जी० २०१८, ४४;
३।१००६,१०१४,१०१६,१०३५ ताल [ ताल ] ओ० ६,१०,६८. रा० ७,७६,७७, १७३. जी० १।७२ ३२८५,३५०, ३८८, ५६३,५८८,८४२,८४५, १०२५ V ताल [ ताडय् ] तालेज्जा. रा० ७५५ ताण [ ताडन ] ओ० १६१,१६३ ताणा [ ताडना ] ओ० १५४, १६५,१६६ तालायर [ तालाचर] ओ० १
तालिज्जत [ ताड्यमान ] रा० ७७ तालियंत [ तालवृन्त ] ओ० ६७ तालु [तालु] ओ० १६,४७. जी० ३।५६६,५६७ तालु [तालुक ] रा० २५४ जी० ३ | ४१५ ताव [ तावत् ] ओ० ७६. रा० ७५१. जी० २८१ ताव [ तापय् ] इ. जी० ३।३२७ - तावेंति.
रा० १५४ जी० ३।३२७ - तावेति. रा० १५४ जी० ३७४१
तावs [ तावत् ] रा० १२६. जी० ३।३७३ तावं [ तावत् ] जी० ३८४१
तावक्खेत [तापक्षेत्र ] जी० ३१८३८ ११४, १५,८४२,
८४५
तावतिय [ तावत् ] रा० २१०, २१२ जी ३१३००, ३५४,६४७, ८८५
तास [ तापस ] ओ० ६४
ताविय [तापयित्वा ] जी० ३ ११८ ताहे [तदा] जी० ३८४३ ति [त्रि ] ओ० ७७. रा० ७. जी० १।१७ ति [ इति ] रा० ७०३
[ ] ओ० २१, ४७,५२,५४,६६,७०,७८, ८०,८१,८३. रा० ८ से १०, १२, से १४,५६,५८, ६५,७३,७४, ११८, १२०, २६२, ६८७, ६६२, ६६५,७००,७१६,७१८, ७७८. जी० ३।४५७ far [त्रिक ] ओ० १,५२
तिमिच्छि [तिगिच्छि ] रा० २७६
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तारावलिपविभत्ति-तिय
तिrिच्छिदह [तिगिच्छिद्रह ] जी० ३१४४५ तिगुण [ त्रिगुण] जी० २।१५१३ । १०१० से १०१४
तिगुणिय [ त्रिगुणित ] जी० ३१८३८|२४ तिघरंतरिय [त्रिगृहान्तरिक ] ओ० १५८ तिण [ इदम् ] रा० ७५१. जी० ३।२७८ तिणिस [तिनिश ] ओ० ६४० रा० १७३,६८१ तिण [तीर्ण ] ओ० १६,२१,५४. रा० ८,२६२. जी० ३।४५७
तित्त [ तृप्त ] ओ० १६५।१८, १६. जी० ३।१०६ तित्त [ तिक्त ] जी० १५, ५०, ३२२ तिथ [ तीर्थ ] रा० १७४, २७६. जी० ३।२८६,
४४५
तित्थगर [ तीर्थकर ] ओ० १६, २१, ५२, ५४. रा०८, २६२. जी० ३४५७
तित्थगरसिद्ध [ तीर्थंकरसिद्ध ] जी० १८ तित्राभिह [ तीर्थकराभिमुख ] ओ० २१,५४ तित्थयर [ तीर्थकर ] ओ० ६६,७००८ तित्थयराभिमुह [ तीर्थकराभिमुख ] रा० ८,६८ सिद्ध [ तीर्थ सिद्ध ] जी० ११८ तिस्थाभिसे [ तीर्थाभिषेक ] ओ०६८ तित्थोद [ तीर्थोदक ] रा० २७६. जी० ३।४४५ दिंडय [ त्रिदण्डक] ओ०११७ तिपडोगार [त्रियावतार, त्रिपदावतार ] जी०
३६४७
तिपडोया [ त्रिप्रत्यावतार, त्रिपदावतार ] जी०
३:६३६६३८, ६५० तिष्पणयार | तेपन, तेवन ] ओ० ४३ तिभाग [ त्रिभाग ] ओ० १६५५४ से ६,८ जी० ३।३४ से ३६,४०, ४१, ४४, ४६, ७२५, ७२८, ७२६,८७८
तिमासपरियाय [त्रिमासपर्याय ] ओ० २३ तिमिर [ तिमिर ] जी० ३।५८६ तिय [त्रिक] ओ० ५५. रा० ६५४,६५५,६८७, ७१२. जी० ३।५५४
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