Book Title: Uvangsuttani Part 04 - Ovayiam Raipaseniyam Jivajivabhigame
Author(s): Tulsi Acharya, Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 798
________________ तया (पाय) - रोग रीतिवा (पाय ) [ रीतिकापात्र ] ओ० १०५, १२८ रीतिया ( बंधण ) [ रीतिकाबन्धन ] ओ० १०६, १२६ रुयगवरोभासभद्द [ रुचकवरावभावभद्र ] जी० ३१६३४ रु | रुचि ] ० ७४५ से ७५०,७७३ रु | रुचिर ] जी० ३।५६६,६७२ रुइल [ रुचिर ] ०५, ८, १६. २०२२८. जी० ३।२७४, ३८७,५६६,५६७ रुंद [ दे० ] विस्तीर्ण ओ० ४६ रुक्ख [ रूक्ष ] रा० ७८२. जी० ११६६, ७०, ७२; ३५८१,६०३,६०४,६३९,६७६, ६३७ रुक्खगेहालय [ रूक्षगेहालय ] जी० ३।६०३,६०५ रुक्मह [ रुक्षमह ] रा० ६८८. जी० ३।६१५ रुक्खमूल [ रुक्षमूल ] ओ० ८,१०. जी० ३।३८६, ५८१ से ५८३,५८६ से ५६५ रुक्मूलिय [ रुक्षमूलिक] ओ० ६४ रुचिज्जमाण [ रुच्यमान] जी० ३।२८३ रुद्द [ रौद्र ] रा० ६७१ रुद्द (शाण ) [ रौद्रध्यान ] ओ० ४३ रुद्दमह [ रुद्रमह] रा० ६८८. जी० ३।६१५ रुपकूला [ रूप्यकूला ] रा० २७६. जी० ३१४४५ रुपच्छद [ रूप्यच्छद | जी० ३।३३२ रुपपट्ट [ रूप्यपट्ट ] रा० २२,२६. जी० ३।२८२, २६० रुपमणिमय | रूप्यमणिमय | रा० २७६,२८० रूप्पमत्र रूप्यमय ] रा० १५६, २७६,२८० रुपागर [ रूपयाकर ] रा० ७७४. जी० ३।११८ रुपामणिमय | रूप्यमणिमय ] जी० ३.४४५ रुपामय [ रूप्यमय ] जी० ३।४४५, ४४६ रुप्पि | रुक्मिन् ] रा० २७६. जी० ३।४४५, ७६५ our [ रुचक] ओ० ४७. जी० ३१५६६, ५६७, ७७५,६४२,६५२ ourer [ रुचकर ] जी० ३।६३४ ourवरभद्द [ रुचकवरभद्र ] जी० ३।६३४ Jain Education International ७२१ रुगवर महाभद्द [ रुचकवरमहाभद्र ] जी० ३।६३४ रुगवरोभास [ रुचरुवरावभात ] जी० ३।३४ गवरोभासमहाभद्द [ रुचकवरावभास महाभद्र ] जी० ३१६३४ ourवरोभासमहावर [ रुचकवरावभासमहावर ] जी० ३।६३४ ourवरोभासवर [ रुचकवरावभासवर ] जी० ३ ६३४ our [ रुचक] ओ० १६. जी० ३।६३४ रुरु [ रुरु ] ओ० १३. रा० १७,१८,२०,३२,३७, १२६. जी० ३३२८८, ३००, ३११,३७२ रुरि [ रुधिर] रा० २७. जी० ३ २८० रूत [ रूत ] जी० ३।४०७ रूय [ रूत ] ओ० १३. रा० ३१,३७,१८५,२४५. जी० ३।२८४,२६७, ३११ रूब [रूप] ओ० १५,२३,४७, ६३, ७२, १४६, १६१, १६३,१६२. रा० १०, ४७,५४, ६६, ७०, ७६, १७३, १६०, ६७२,६८५,७१०, ७५१,७७१, ७७४,८०६,८०६८१०. जी० २।१५१; ३।११०,१११,२६४, २८५, ५०, ५०४, ५६६, ५६७,६८२,१११५, १११७,११२४ वग | रूपक ] रा० १७, १८, २०,३२,१२६, १३२. जी० ३२८८,३००, ३७२ रूव संपण्ण [ रूपसम्पन्न ] ० २५. रा० ६८६ रूवि [रूपिन् ] रा० ७७१. जी० ११३,५ रेणु रेणु ] रा० ६, १२,२८१. जी० ३।४४७ रेयग [ रेचक ] रा० ७६ रेरिज्माण | राराज्यमान | रा० ७५२ रोइयावसाण | रोचितावसान ] रा० ११५,१७३, २८१. जी० ३।४४७ रोएमाण | रोचमान ] जी० १/१ रोचियावसाण | रोचितावतान ] जी० ३२२८५ रोग [ रोग] ओ० ४६,११७. रा० ७६६. जी० ३।६२८,६३१ For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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