Book Title: Uvangsuttani Part 04 - Ovayiam Raipaseniyam Jivajivabhigame
Author(s): Tulsi Acharya, Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati
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चउद्दसी-चंददीव
६१७
चउद्दसी [चतुर्दशी] ओ० १२० चउद्दसभत्त [चतुर्दशभक्त] ओ० ३२ चउप्पई [चतुष्पदी] जी० २।५,६ चउप्पद [चतुष्पद] जी० २।११३,१२२; ३।१४२ चउप्पय [चतुष्पद] रा०६७१,७०३,७१८.
जी० १।१०१ से १०३,१२०,१२१; २।१,२३,
५१; ३८८,१४१,१४२,१६३,७२१ चउप्पाइया [चतुष्पादिका] जी० २६ चउभाग [ चतुर्भाग] जी० ३।२४७,२५०,२५६,
१०२७ से १०३५ चउभाग [चतुर्भाग] जी० २।४० से ४३; ३।२४७ चउमासिय चातुर्मासिक | ओ० ३२ चउम्मुह [चतुर्मुख ] ओ० ५२,५५. रा० ६५४,
६५५,६८७,७१२. जी० ३।५५४ चउरंगल [चतुरङ्गुल] रा० ५६. जी० ३।५६६,
८३८११७ चउरंत [चतुरंत] ओ० ४६ चउरंस [चतुरस्र ] जी० ११५; ३।२२,७७,७८,
३५२,५६४,५६७,१०७१ चउरकप्प [चतुष्कल्प] जी० ३.५६२ चउरासीइ | चतुरशीति ] ओ० ६३. जी० ११०३ चउरासीति [ चतुरशीति] जी० ३।१६ ।। चउरिदिय [चतुरिन्द्रिय ] जी० १।८३,६०; ।
२।१०१,१०३,११२,१२१,१३६,१४६,१४६; ३।१३०,१३६,१६७,४।१,४,८,१४,१८ से २०,२४,२५, ८।१,३,५,६।१,३,५,७,१६७, १६६,२२१,२२३,२२९,२३१,२५६,२५६,
२६४,२६६ चउविसाण [चतुर्विषाण] रा० १६२.
जी० ३।३३५ चउवीस [चतुर्विंशति ] ओ० ३३. जी० ३।२३६ चउविध [ चतुविध] जी० ३।१,४४७ चउन्विह [चतुर्विध ] ओ०२८,३७,४५,६३,११७.
रा० ११४ से ११७, २८१,२८५,२८६,६७५, ७४०,७४६,७६६. जी० ११५,१०,८३,६१,
१०३,१०५,११३,१२१,१२५,१३५; २।६, १०,१५,७८; ३।२३०,४५१,४५२,५८८,
११३८, ९।११३,१२१,१३१,१४१,१४७ चउसट्टि [चतुष्पष्टि] ओ० ६२. जी० ३।६११ चउसट्ठिया [चतुष्पष्टिका] रा० ७७२ चउसालग [चतुःशालक] जी० ३।५६४ चउहा [चतुर्धा] रा० ७६४,७६५ चंकमंत [चंक्रम्यमाण] ओ० ५७ चंगेरी चङ्गेरी रा० १५६,२५८.२७६.
जी० ३।३२६,३५५,४१६,४४५ चंचल [चञ्चल ] ओ० २३,४६,४६ चंड [चण्ड] ओ० ४६. रा० १०,१२,५६,२७६,
६७१,७६५. जी० ३८६,११०,१७६,१७८,
१८०,१८२,४४५ चंडा | चण्डा] जी० ३१२३५,२३६,२४१,१०४०,
१०४४ चंद [चन्द्र] ओ० १६,२७,५०,६४ ६८,१७०.
रा० २६,७०,१३३,२८२,८०२,८०३,८१३. जी० ११८, ३३२५८,२८२,३०३,४४८,५६६, ५६७,७०३,७२२,७६२ से ७६४,७६६,७६८, ७७०,७७२,७७४ से ७७६,७७८,८०६,८२०, ८३०,८३४,८३७,८३८४,७,१०.१५ से २३, २५ से २७.२६,३२,८४५,८७३,८७६,८७६, ६२६,६३७,६५३,१०१७,१०२०,१०२१,
१०२३ से १०२६,११२२ चंदण | चन्दन] ओ०६,१०,२६,४७,५२,६३,
११०,१३३. रा० ३०,१३१,१४७,१४८, १७३,२५८,२७६,२८०,२८५,२६१,२६३ से २६८,३००,३०५,३१२,३५१,३५५,५६४, ६८७ से ६८६. जी० ३।२८३,२८५,३०१, ४४५,४५१,४५७ से ४६२,४६५,४७०,४७७,
५१६,५२०,५४७,५५४,५८३,८३८।२६ चंदत्थमणपविभत्ति [चन्द्रास्तमनविभक्ति।
रा० ८६ चंददीव [चन्द्रद्वीप] जी० ३।७६२,७६३,७६६,
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