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लक्ष्मी मिटाती है संत्रास परम ऐश्वर्य होगा अका दास, वह दुनिया भर का स्नेह और सम्मान पायेगा
मालाओं का एक-एक पुष्प उसके प्रति अगाध श्रद्धा से भर जायेगा,
प्रकाश-पर्व : महावीर /20
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