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संसार सनोवर में पैदा होकर भी नाग-द्वेष के जल से दूर होगा, गुणों का रत्नाकर ठोकर भी समु सा गम्भीर
विमान के देवों से अर्चित निर्मलता की तसवीर, सम्यक् ज्ञान-दर्शन-चालिन जैसे रत्नों का धारक, ज्ञान की अग्नि से कर्मों के धुर का निवारक
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प्रकाश-पर्व : महावीर /22
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