Book Title: Sanskrit Prakrit Jain Vyakaran aur Kosh ki Parampara
Author(s): Chandanmalmuni, Nathmalmuni, Others
Publisher: Kalugani Janma Shatabdi Samaroha Samiti Chapar
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४१६ सस्कृत-प्राकृत व्याकरण और कोश की परम्परा
८ पालिकाससगहो डा० भागचन्द्र जन भास्कर आलोक प्रकाशन, गाधीचौक, सदर,
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१९६६ । १२ जनेन्द्रसिद्धान्तकोश, भाग १-४ जिनेन्द्र वर्णी भारतीय ज्ञानपीठ, नयी दिल्ली १९७०
१९७३। १३ जनलक्षणावली, भाग १-२ वा नचन्द्र सिद्धान्त शास्त्री वीर सेवा मन्दिर, दिल्ली
१९७२ १९७३ । १४ वृहत् पर्यायवाची कोश मोलानाथ तिवारी किताव महल प्रा. लिमि०, ५६ ए जीरो
रोड, इलाहावाद प्र० १९५४, द्वि० १९६२ । १५ 'तीर्थकर' मासिक, इन्दौर राजेन्द्रसूरीश्वर विशेषाक हो। मया प्रकाशन, ६५, पत्रकार ____ कालोनी, कनाडिया रोड, इन्दौर-१ जून-जुलाई १९७५ । १६ शब्दार्थ-दर्शन रामचन्द्र वर्मा रचना प्रकाशन, इलाहाबाद १९६८ । 960 Dictionaries Kenneth whittaker Asia Publishing House,
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