Book Title: Sagar ke Moti
Author(s): Amarmuni
Publisher: Veerayatan

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Page 19
________________ कर्तव्य - निष्ठा एक बार की बात है-पेरिस में बड़ा ही भयंकर दंगा हुआ। 'मेथ्यू डेन्जलर' नामक पत्रकार दंगाइयों द्वारा फेंके जाने वाले पत्थरों की वर्षा में बैठा अपने पत्र के लिए विवरण लिख रहा था । दंगा काबू में न आया, तो अन्त में विवश होकर फौज ने गोली चला दी। ___ पत्रकार को भी गोली लगी और वह घायल होकर गिर पड़ा। सहायता के लिए डॉक्टर आया, पूछा- "क्या तुम भी घायल हो ?” उत्तर मिला- "हाँ इतना घायल की लिख भी नहीं सकता।" . डॉक्टर ने कहा-"लिखने में क्या रखा है ? अब तो तुम्हारे लिए सबसे मुख्य कास आराम करना है।” पत्रकार ने कहा"आराम मुख्य नहीं है। मुख्य काम है अपने कर्तव्य की पूर्ति करना। सबके अपने - अपने काम होते हैं। मैं पत्रकार हूँ, मेरा काम घटना का वर्णन लिखना है। यह मेरी कलम लो और इस पृष्ठ पर नीचे लिख दो-सायंकाल तीन बजकर बीस मिनट पर फौज की गोली चलने से तीन घायल हुए, और एक मरा। डॉक्टर ने पूछा-- "मरा कौन ?” उत्तर मिला-- "मैं !" और इतना कहते - कहते उसके प्राण निकल गए। सागर के मोती: Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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