Book Title: Sagar ke Moti
Author(s): Amarmuni
Publisher: Veerayatan

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Page 57
________________ कुत्ते की जगह प्रेसीडेन्ट एक बार मिस्टर और मिसेज कूलिज दोनों ही ह्वाइट हाउस से बाहर गए हुए थे । ह्वाइट हाउस में नया रंग - रोगन चल रहा था। अचानक तार मिला कि प्रेसीडेण्ट कूलिज समय से पूर्व ही प्रवास से लौट रहे हैं। उस समय ह्वाइट - हाउस में सामान अस्त-व्यस्त पड़ा था। जल्द व्यवस्था की गई। नौकरों ने लाइब्रेरी की पुस्तकें समेट कर रखी। लेकिन प्रेसीडेण्ट का एक कुत्ता कूद - फांद कर फिर अस्तव्यस्त कर गया। नौकर को क्रोध आ गया। उसने एक बड़ी पुस्तक उठा कर भागते हुए कुत्ते पर फेंकी। कुत्ता तो नदारद था। लेकिन परदे के पीछे से एक हलकी-सी आह निकली और थोड़ी देर में देखा, प्रेसीडेण्ट साहब माथा घिसते हुए बाहर निकले। नौकरों को उन्होंने केवल यही कहा-"बहुत गरमी है यहाँ ?" न डांटा, न फटकारा, न नौकरी से बरखास्त किया। सभ्यतापूर्ण व्यवहार का ध्यान, प्रेसीडेण्ट को अपने नौकरों से बर्ताव करते हुए भी रखना पड़ता है । HTTHAMRETURAL सागर के मोती। Jain Education International For Private & Personal Use Only ___www.jainelibrary.org

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