Book Title: Sagar ke Moti Author(s): Amarmuni Publisher: VeerayatanPage 28
________________ बादशाह महमूद और दो उल्ल एक बार बादशाह महमूद अपने वजीर के साथ जंगल में जा रहा था कि उसे एक पेड़ पर दो उल्लू दिखाई दिए। उसने वजीर से पूछा- बतलाओ, ये दोनों क्या बातें कर रहे हैं ? वजीर दयालु था । बादशाह की लूटमार से सैंकड़ों परिवार तबाह हो गए थे - उजड़ गए थे। साहसी वजीर ने सोचा, यह अवसर है बादशाह को कुछ खरी और साफ बात सुनाने का । अतः उसने कुछ देर सोचकर कहा "हुजूर, इन दो उल्लुओं में एक लड़की का बाप है और दूसरा लड़के का । लड़के का बाप कह रहा है कि मैं दहेज में दस उजाड़ खण्ड लूँगा । लड़की का बाप कहता है कि क्या बड़ी बात है ? अगर बादशाह महमुद बना रहा, तो मैं दस क्या, बीस उजाड़ खण्ड आपकी नजर कर दूँगा ।" बादशाह सुनकर लज्जित हो गया। उस दिन से कहते हैं, कि उसने अत्याचार करना छोड़ दिया । शाह महमूद और दो उल्लू Jain Education International For Private & Personal Use Only १६ www.jainelibrary.orgPage Navigation
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