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वर्द्धमान, जिनका अन्य नाम महावीर था, को 'नात' या 'नाय' नामक क्षत्रिय-वंश के प्रधान सिद्धार्थ का पुत्र और वैशाली के 'कोल्लाग' उपनगर का वासी बताया है। वहीं ई.पू. 599 में उनका जन्म हुआ। वैशाली की स्थिति ओ. माली ने तत्कालीन 'मुजफ्फरपुर' जिले के बसाढ़ में निश्चित की (पृ. 138-139)।
पी.सी. रायचौधरी ने बिहार डिस्ट्रिक्ट गजेटियर, मुजफ्फरपुर' (पृ. 143) में महावीर का जन्मस्थान वैशाली का उपनगर कुण्डग्राम' या 'कुण्डपुर' बताया है और वर्तमान बसाढ़ के समीप वासुकुण्ड' ही प्राचीन 'कुण्डग्राम' है।
भारतीय विद्वानों में भारत के पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्लि राधाकृष्णन ने अपनी पुस्तक 'इण्डियन फिलोसॉफी', भाग-1' में लिखा है कि वर्द्धमान महावीर का जन्म ई.पू. 599 में वैशाली में हुआ। ___ बिहार के पूर्व राज्यपालं आर.आर. दिवाकर द्वारा सम्पादित पुस्तक बिहार श्रू दि एजेज़ (पृ.125) में वैशाली के कुण्डपुर' नामक उपनगर को भगवान् महावीर का जन्मस्थान कहा गया है और वैशाली की पहचान तत्कालीन मुजफ्फरपुर जिले के 'बसाढ़' नामक स्थान से की गई है।
प्रसिद्ध इतिहासकार रमेशचन्द्र मजूमदार ने 'एन्शियेण्ट इण्डिया' में लिखा है कि लगभग 540 ई. पू. में वर्धमान का जन्म वैशाली के उपनगर कुण्डग्राम में हुआ। उनके पिता सिद्धार्थ सम्पन्न क्षत्रियों के ज्ञातक कुल से सम्बद्ध थे और उनकी माता त्रिशला वैशाली के लिच्छविकुलीन चेटक की बहन थी (प.168)। मजूमदार ने भी वैशाली की स्थिति वर्तमान वैशाली क्षेत्र में ही बताई है।
सुरेन्द्रनाथ दासगुप्त ने अपनी पुस्तक 'ए हिस्ट्री ऑफ इण्डियन फिलॉसफी' (अंक 1, प्र. 173) में कहा है कि जैनों के अन्तिम तीर्थंकर महावीर क्षत्रियों के ज्ञातकुल के वंशज और पटना से 27 मील उत्तर में स्थित वैशाली' के निवासी थे। . जी.पी. मल्लसेवेफर ने 'डिक्शनरी ऑफ पालि प्रापर नेम्स' (अंक II, पृ. 943) बताया है कि मुजफ्फरपुर जिला-स्थित (वर्तमान वैशाली जिला) बसाढ़ ही प्राचीन वैशाली है और महावीर वैशाली के ही नात (अथवा नाय) वंश के थे।
नन्दलाल डे ने ज्योग्राफिकल डिक्शनरी एन्शियेण्ट एण्ड मेडियेवल इण्डिया (इण्डियन एण्टीक्वेरी, अंक XLIX, खंड DCXXVII, बम्बई : दिसम्बर, 1920, पृ. 107-108) में कुण्डग्राम की पहचान वैशाली (वर्तमान वसाढ़) के वासुकुण्ड से की है और उसे ही 'नाय' अथवा 'नात'वंशोत्पन्न वर्द्धमान महावीर की जन्मस्थली बताया है। डे ने कुण्डलपुर की भी पहचान 'कुण्डग्राम' से ही की है।
प्रो. योगेन्द्र मिश्र ने भी विदेह-स्थित 'कुण्डग्राम' (वैशाली के समीप) को भगवान् महावीर का जन्मस्थान बताया है। (हिस्ट्री ऑफ विदेह, पृ.2)। प्रो. उपेन्द्र ठाकुर ने अपने लेख 'ए
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प्राकृतविद्या-जनवरी-जून '2002 वैशालिक-महावीर-विशेषांक Jain Education International
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