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'पंचानन पं. गंगाधर गुणे शास्त्रीजी इलाज के लिए आये थे । उन से उन्होंने कहा था कि मुझे जल्दी अच्छा कर दो। क्यों कि इस दीपावली कन्शेसन टिकेट के समय में यहां पर एक वैद्यक सम्मेलन करना है । उस समय जैन वैद्यकग्रंथ कल्याणकारक का प्रकाशन समारंभ करेंगे । जैनायुर्वेद की महत्ता के सम्बन्ध में चर्चा करेंगे । किसे मालुम था कि उनकी यह भावना मनके मन में ही रह जायगी । विशेष क्या ? धर्मवीरजीने इहलोक यात्राको पूर्ण करने के एक दिन पहिले रोगशय्या पर पडे २ मुझसे यह प्रश्न किया था कि " पंडितजी ! कल्याणकारकका औषधिकोष तैयार हुआ या नहीं ? अब ग्रंथ जल्दी तैयार होगा या नहीं " उत्तर में मैने कहा कि " रावसाहेब ! आप बिलकुल चिंता न करें । सब काम तैयार है । केवल आपके स्वास्थ्यलाभकी प्रतीक्षा है " परंतु भवितव्य बलवान् है । बीज बोया, पानीका सिंचन किया, पाल पोसकर अंकुरको वृक्ष बनाया | वृक्षने फल भी छोडा, माली मनमें सोच रहा था कि फल कब पकेगा और मैं कब खाऊं ? परंतु फलके पकनेके पहिले ही वह कुशल व उद्यमी माली चल बसा । यही हालत स्व. धर्मवीरजीकी हुई । पाठक उपर्युक्त प्रकरण से अच्छी तरह समझ सकेंगे कि धर्मवीरजीकी आत्मा इस ग्रंथके प्रकाशनको देखने के लिए कितने अधिक उत्सुक थी ? परंतु दैवने उसकी पूर्ति नहीं होने दी । आज ये सब स्मृतिके विषय वनगये हैं । किसे मालुम था कि जिनके नेतृत्व में जिसका प्रकाशन होना था, उसे उनकी स्मृति में प्रकाशित करनेका समय आयगा ? । परंतु स्वर्गीय आत्मा स्वर्ग में इस कार्य को देखकर अवश्य प्रसन्न हो जायगा । उसके प्रति हम श्रद्धांजलि समर्पण करते हैं ।
ग्रंथ प्रकाशनमें कुछ विलंब अवश्य हुआ । उसके लिए हमें जो इस ग्रंथकी प्रतियां प्राप्त थी वही कारण है । प्रायः सर्व प्रतियां अशुद्ध थी । इसके अलावा प्रेस कापीका संशोधन पहिले मुंबईके प्रसिद्ध वैद्य पं. अनंतराजेंद्र आयुर्वेदाचार्य करते थे । बाद में अहमदनगर के वैद्य पं. बिंदुमाधव शास्त्री करते थे । इसमें काफी समय लगता था । औषधि - कोषको कई भाषावोमें तैयार करने के लिए बेंगलोर आदि स्थानोंसे उपयुक्त ग्रंथ प्राप्त किए गए थे । अंतिम प्रकरण जो कि बहुत ही अशुद्ध था जिसके लिए हमें काफी समय लगाना पडा, तथापि हमें संतोष नहीं हो सका । इत्यादि अनेक कारणोंसे ग्रंथ के प्रकाशन में विलंब हुआ। हमारी कठिनाईयों को लक्ष्यमें रखकर इसे पाठक क्षमा करेंगे । प्रतियोंका परिचय.
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इस ग्रंथ के संपादन में हमने चार प्रतियोंका उपयोग किया है, जिनका विवरण निम्न लिखित प्रकार है ।
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