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जन्म-मरण के चक्र
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अंतराय कर्म ज्ञानावरण कर्म दर्शनावरण कर्म
वेदनीय कर्म सातावेदनीय कर्म असातावेदनीय कर्म नाम कर्म
आयु कर्म गोत्र कर्म
ब. वीर्य-अवरोधक कर्म स. ज्ञान-आवरक कर्म द. दर्शन-आवरक कर्म 2. द्वितीयक कर्म (अघातिया कर्म) 1. अनुभूति-उत्पादक कर्म
(i) सुख-उत्पादक कर्म =
(ii) दुःख उत्पादक कर्म = 2. शरीर (व्यक्तित्व)
- निर्माणक कर्म 3. •जीविता-निर्धारक कर्म
4. पर्यावरण –निर्धारक कर्म = 2. शरीर के प्रकार
कार्मिक शरीर तैजस संपुट छह द्रव्य
आत्मा पदार्थ आकाश अधिष्ठित आकाश अनधिष्ठित आकाश गति माध्यम स्थिति माध्यम परिवर्तन माध्यम आकाश प्रदेश अंतिम/चरम/ = सूक्ष्मतम कण अव-परमाणुक कण =
कार्मन-कणों से निर्मित तैजस शरीर
-
लं
+
o o
जीव, आत्मा पुद्गल (पदार्थ + ऊर्जा) क्षेत्र लोकाकाश अलोकाकाश धर्म द्रव्य अधर्म द्रव्य काल द्रव्य प्रदेश परमाणु,
o
o
सूक्ष्म परमाणु घटक, अणु वर्गणा
कण-समूह/ कण-वर्ग
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