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जैन धर्म की वैज्ञानिक आधारशिला
जम्बू स्वामी महावीर के गणधर सुधर्मा स्वामी के शिष्य थे (देखिये, परिशिष्ट 2)। ऐसा माना जाता है कि वर्तमान काल-खण्ड में वे अंतिम व्यक्ति थे जो सर्वज्ञ हुए और संभवत: 463 ई. पू. में मोक्ष (कर्म-मुक्ति) गये। 'कल्पसूत्र' नामक पवित्र ग्रंथ की गाथा 146 के अनुसार, उनके बाद भरत क्षेत्र में न कोई सर्वज्ञ होगा और न ही मोक्षपद प्राप्त करेगा। जेकोबी (1884, पेज 269) ने इस गाथा को कतिपय प्रत्यक्ष कारणों से 'अंधकारमय' निरूपित किया है।
6.5 पारिभाषिक शब्दावली
I
हिंसा
: Violence
: मन, वचन, काय से स्वयं को या अन्य
को कष्ट पहुँचाना
अहिंसा
: Non-Violence : Pre-medidated
Violence
: हिंसा का विपर्यय, स्नेह, प्रीति, : इच्छापूर्वक/पूर्व विचारित हिंसा
संकल्पी हिंसा
आरंभजा/ उद्योगी हिंसा
: Domestic/ Occupational Violence
: गृहस्थी के सामान्य कार्यों में तथा
आजीविका के कार्यों में होनेवाली हिंसा
विरोधी हिंसा/ आत्म- रक्षार्थ हिंसा
: Defencesive
Violence
: आपातकाल/युद्ध के समय स्वयं या देश
की रक्षा के लिये की जाने वाली हिंसा
काल-चक्र
उत्सर्पिणी अर्ध : Progressive काल-चक्र
half-cycle
: प्रगतिमान अर्ध काल-चक्र
अवसर्पिणी अर्ध : Regrassive काल-चक्र half-cycle
: अवनतिमान अर्ध काल-चक्र
सुषमा
: Happy
: सुखयुक्त काल-चक्र
दुषमा
:Missary/
unhappy
: दुःखयुक्त काल-चक्र
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