Book Title: Jain Dharm ki Vaignanik Adharshila
Author(s): Kanti V Maradia
Publisher: Parshwanath Vidyapith

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Page 186
________________ सामान्य शब्दानुक्रमणिका 161 उत्तर-जीविता 71 उत्तराध्ययन 139, 143, 164 उत्परिवर्तनीय 115 उत्सर्पिणी/प्रगतिमान 67, 70 उदीरण 61 उपाध्याय 27, 29, 31, उपवास 89 उपशम 76 उपशमन 76 उपाध्ये, ए. एन. 134 उमास्वाति 89, 97, 140, 141, - का तत्त्वार्थसूत्र 140, 141 कार्मन कण 12-15, 18, 20, 41 कार्मिक-अभिकारक 127 कार्मिक घनत्व 15, 24 कार्मिक घनत्व की धुरी 84 कार्मिक द्रव्य 11 कार्मिक शरीर 36, 40 कार्मिक संपुट 40, 41 कृष्ण विवर 43 क्वांटम तर्कशास्त्र, 109 क्वांटम सिद्धान्त, 114 क्वार्क, 117, 118, - के रस 118 खुर्शीद 124 ऊतक 80 ऊर्जा और पुद्गल, 130 एकत्व (भावना) 93 एकदेशावगाही 24 ए-पैसियोनो 121 एवंभूतनय 106 कण भौतिकी 114, 122 किण्वन 71 केपरा, एफ. 46 करणानुयोग 139 करुणाभाव 88 कर्म-पुद्गल 13, 15, 21 कर्म-बंध 14, 15, 16, 18 कल्पसूत्र 138 कषाय 49, 51, 53, - और भावों की तरतमता 54, - की पांच कोटियां 54 कषायपाहुड 138, 140 काल, एक चौथा आयाम 39, 140 कुंदकुंद 34, 45, 140, नियमसार 140, पंचास्तिकाय 140, प्रवचनसार 140. समयसार 140 केवलज्ञान 113 कोठारी, डी. एस. 109 कोशल 1 क्रोध 54, 55, 72. 79, 93, - का समय 56, कार चालक में चार कषायें 102 गतिक/गतिशील-अहिंसा 70, कर्म-बंध की प्रक्रिया 14, कर्म-वियोजन की प्रक्रिया 84, बल 44, संयोग केवली अवस्था 84, 90, 91, 98, 108 गति पर्याय 38 गंध 42, - के दो प्रकार 43 गामो, जी. 115 गांधी, महात्मा 3, 75 गुणस्थान 73, 91, सांप-सीढ़ी का खेल 144 गुप्ति 92, 95 गुरुत्वीय बल 12, 31, 135 गोत्र कर्म 51, 154 गोशाल 133 गौतम, इंद्रभूति 72, 133, 157 गौतम बुद्ध 3 गॉज बोसॉन 116, 118, 120, निबन जे. 115 ग्लेजनप, वॉन एस, 56 ग्लु ऑन 119 ग्रेविटॉन 120 घातिया घटक 30 घातिया कर्म 90 चतुर्विध संघ 27ए 133 चरणानुयोग 140 चार गतियां 28 चारित्र मोहनीय 46 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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