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(XVI)
जीवनमुक्ति (च.) वेदान्त में जीवन मुक्ति, जीवनमुक्त योगी का महत्त्व १४. अयोग केवली गुणस्थान- विभिन्न दर्शनों में मोक्ष का स्वरूप (क.) बौद्ध दर्शन में मोक्ष (ख.) सांख्य योग में मोक्ष (ग.) न्यायवैशेषिक में मोक्ष (घ.) मीमांसा में मोक्ष (ड.) अद्वैत वेदान्त में मोक्ष (च.) जैन दर्शन में
मोक्ष, तुलनात्मक विवेचन ३. निष्कर्ष उपसंहार
२२४-२२८ परिशिष्ट (१) शोध प्रबन्ध में प्रयुक्त प्रमुख प्राकृत शब्दों के संस्कृत रूप I-III परिशिष्ट (२) सन्दर्भ ग्रन्थानुक्रमणिका
(क.) मूल संस्कृत तथा प्राकृत ग्रन्थ (ख.) हिन्दी पुस्तकें (ग.) अंग्रेजी पुस्तकें (घ.) कोश ग्रन्थ, पत्र व पत्रिकायें।
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