Book Title: Jain Darshan me Karma Siddhanta Ek Adhyayana
Author(s): Manorama Jain
Publisher: Jinendravarni Granthamala Panipat

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Page 244
________________ श्री जिनेन्द्र वर्णी साहित्य शान्ति पथ प्रदर्शन नय दर्पण समण सुत्तम् पदार्थ विज्ञान कर्म रहस्य कर्म सिद्धान्त सत्य दर्शन कुन्दकुन्द दर्शन सर्व धर्म समभाव प्रभुवाणी अध्यात्म लेखमाला जैन दर्शन में कर्म सिद्धान्त-एक अध्ययन (कर्म बन्धन और मुक्ति प्रक्रिया का विवेचन) लेखिका : डॉ० कुमारी मनोरमा जैन Science Towards Monism Life the God Hood (By Sh. Jal Bhagwan Advocate) 50.00 30-00 21.00 10.00 16-00 12.00 15.00 4-00 1.00 2-00 10-00 48-00 13. 10.00 6.00 14. कार्यालय: श्री जिनेन्द्र वर्णी ग्रन्यमाला, 58/4 जैन स्ट्रीट, पानीपत 131103 नोट: श्री जिनेन्द्रवर्णी ग्रन्यमालासे प्रकाशित उपरोक्त पुस्तकों पर 300 रु० से अधिक के आर्डर पर 25% छूट/पैकिंग वडाकखर्च अतिरिक्त। जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश (भाग 1 से 4) भारतीय ज्ञानपीठ, 18 इन्स्टीटयूशनल पंचम भाग प्रेस में। एरिया, लोधी रोड, दिल्ली-३ वर्णी दर्शन शान्ति निकेतन, ईशरी उपासना (पूजा) उदासीन आश्रम, इन्दौर महायात्रा 20/ सर्वसेवासंध प्रकाशन, राजधाट, वाराणसी जैन तीर्थ क्षेत्र मानचित्र पन्नालाल जैन आर्चिटेक्ट, 4983, शिवनगर, करोल बाग, दिल्ली श्रद्धाबिन्दु अप्रकाशित 20. भोपाल में दिए हुये प्रवचनों के कैसेट भी उपलब्ध है। Jain Education International 2010_03 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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