Book Title: Hastlikhit Granthsuchi Part 3
Author(s): Jambuvijay
Publisher: Stambhan Parshwanath Jain Trith Anand
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विद्वान उपरथी कृति माहिती
नन्दीश्वरस्तुति \ सं.\ का. ४ (पाकाहेम१२१२४)
नन्दीश्वर-पुण्डरीक-गौतम - सर्वसिद्ध-सिद्धचक्र - सीमन्धरजिनस्तुति # \ सं.\ श्लोक९\ जयर्षभ विभो वध.
(पाकाहेम१२३६३)
नन्दीश्वर-पुण्डरीक-गौतम - सर्वसिद्ध-सिद्धचक्र - सीमन्धरजिनस्तुति # \ सं. का. ८ \ सुकरसुकरमो मां. (पाकाहेम१२३६३) नन्दीश्वरविचार प्रा. नन्दीसरवरस्स बह (भांता७०)
नन्दीसूत्र-(सं.) विषमपदपर्याय सं. (जेताजि१४७, पाकाहेम७१११)
नन्दी सूत्र - ( सं .) लघुवृत्ति सं. (पातासंघवीजीर्ण९७, पाकाहेम१००२८) नन्द्यावर्तविधान \ सं., प्रा. (पातासंघवीजीर्ण५८-३)
२२
नमस्कार\ मागु.\ गा.९ (पातासंघवी २०२, पाकाहेम९४३१)
नमस्कारफल कुलक । अप. गा. ३० \ पणमेवि पाय परमे (पातासंघवी १४१-२ )
नमस्कारफल कुलक) प्रा. गा.२५ (पातासंघवी १८१-१)
नमुत्थुणं कल्प सं. (पाकाहेम १४५०१)
नमोस्तुवर्धमानाय वीरस्तुति \ सं.\ नमोस्तुवर्धमाना (पाकाहेम७५०५, पाकाहेम७५०६, पाकाहेम१११५१)
नमोस्तुवर्धमानाय वीरस्तुति - (सं.) टीका \ सं. (पाकाहेम७५०५)
नमोस्तुवर्धमानाय वीरस्तुति - (सं.) अवचूरि\ सं. (पाकाहेम७५०६) नयोपदेशप्रकरण) सं. ( अताका ४७४ )
नराष्टक\सं.\ श्लोक९ (पाकाहेम१३७५, पाकाहेम८६८८)
नलकथा द्युते (पाताहेसं १८५)
नलदमयन्तीकथा\ सं.\ गा. ९६३ \ इहैव भरते भूमिभ (पातासंघवीजीर्ण४८) नव निधि नाम\ प्रा.\ गा. १४ \ नेसप्पे पण्डुयए (भांता७०)
नवकार प्रा. (पाकाहेम१०१४१)
नवकार-(मा.गु.)बालावबोध \ मागु. (पाकाहेम१०१४१, पाकाहेम१७१८०)
नवकार - (सं.) व्याख्या\ सं. (भांका ८६)
नवकाकुलक प्रा. गा. २०) घणघायकम्ममुक्का (जेताजि१५१, पाताखेत२९, पातासंघवी १४१ - २, पाताहेसं१११, पाताहेसं११९, खंता९४, जेकाजि१३२६, पाकाहेम७७५, पाकाहेम७७८०)
नवकारफलकुलक) प्रा. गा. ३३ \ पणमेव पाय परमे (खंता ९५, जेकाजि१३१७, पाकाहेम१०२३, पाकाहेम७७५५)
नवकारफलकुलक प्रा. गा. १४ ( पाताहेसं १६१, भांता२४)
नवकारमन्त्रविचार \ सं. (पाकाहेम८४१३)
नवकारस्तवन ) प्रा. गा.६ \ तियसिन्दनरिन्द ( पाकाहेम१०२३)
नवकारस्तोत्र) प्रा. गा.३४ (पातासंघवीजीर्ण८६-२)
नवकोटिविहार सं.\ हन्ति पचति झापय (भांता७० )
नवखण्डापार्श्वनाथवीनती मागु. गा.८ (पाकाहेम १२१२४)
नवग्रहस्तुतिगर्भितपार्श्वनाथस्तुति - (सं.) अवचूरि\ सं. ( जेकाजि२१२०, पाकाहेम१२१७४)
नवग्रहाह्वानस्तोत्र\ सं.\ श्लोक ९ \ तरुणोग्रतरकरविस (वताकांति४२८)
नवचउवीसकुलक प्रा. ( पाकाहेम७७८९)
नवतत्त्वप्रकरण\ प्रा.\ गा. ४९ \ जीवाजीवा पुन्नं (पाताखेत५, पाताखेत १२, पाताखेत५१, पाताहेसं १६१, पाकाहेम१०२२,
पाकाहेम६९५४, पाकाहेम६९५५, पाकाहेम६९५६, पाकाहेम६९५७, पाकाहेम१०११०, पाकाहेम१०१४७,
पाकाहेम१०१४८, पाकाहेम१०५६७, पाकाहेम१०५७७, पाकाहेम१०५७८)
नवतत्त्वप्रकरण-(मा.गु.)बालावबोध \ मागु. (पाकाहेम६९५७, पाकाहेम१०११० )
नवतत्त्वप्रकरण- (सं.) अवचूरि सं. (पाकाहेम१०५७८)
नवतत्त्वप्रकरण प्रा.गा. ५३ ( पातासंघवी १९८-२)
नवतत्त्वप्रकरण\ प्रा.\ गा. २१ ( पातासंघवी १३० -२, पाताहेसं१६८, खंता८८, खंता ११२, तालाद३२६, पाकाहेम१६१८४)
नवतत्त्वबोलविचार \ मागु. ( पाकाहेम६९५८)
नवतत्त्वभेद (पाताखेत १२, पाताहेसं १८९)
नवतत्त्वविचारसारोद्धार प्रा. अरहन्ता भगवन्तो ( पाताहेसं १८९, भांता७२)

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