Book Title: Hastlikhit Granthsuchi Part 3
Author(s): Jambuvijay
Publisher: Stambhan Parshwanath Jain Trith Anand
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विद्वान उपरथी कृति माहिती विद्वानशतक-(मा.गु.)टबार्थ मागु.। हे राजन् पण्डित (भांका२४०) विधवाकुलक-विधवामहिलासामाचारी प्रकरण प्रा. गा.१० (पातासंघवी२०६-२, पाकाहेम४६२०, पाकाहेम७७९९) विधवाकुलक-विधवामहिलासामाचारी प्रकरण प्रा. गा.२२ (पाकाहेम७७८५) विधिविधान, पर्व, तप, कल्प, पदवीप्रदानादि आगमिक विचारसङ्ग्रह प्रा.,सं. (पातासंघवीजीर्ण५२) विनयपिटक पाली (पुप्रे४१५) विप्रवक्त्रमुद्गर सं. केवलज्ञानसिद्धौ (भांका२९२) विमलगिरिस्तवन। सं.कियद्दरे भ्रात (पाताखेत३) विमलदण्डनायकप्रासादप्रबन्ध सं. श्लोक३४ (पाकाहेम२०९७) विवाहपटल\ सं. (पाकाहेम१०७२५) विविध क्रियासङ्ग्रह। सं. क्रियासं पृथक् (भांका२९३) विविध तपश्चर्याविधि। प्रा. पुरिमड्डु उपवास (भांता७०) विविध धार्मिक विषयक सुभाषितसङ्ग्रह सं. (पातासंघवीजीर्ण५२) विविध विषयक सुभाषित सङ्ग्रह सं.प्रा. नमस्कारपद्धतिः (पातासंघवीजीर्ण५२) विविध विषयक प्रक्रमसङ्ग्रह। सं. (पाकाहेम१२७५५) विविधकथासङ्ग्रह सं. (पाकाहेम११२२१, पाकाहेम१२७५५) विविधछन्दोबद्धपार्श्वनाथस्तव सं. श्लोक३० (पाकाहेम८२३५) विविधछन्दोबद्धपार्श्वनाथस्तव-(सं.)अवचूरि। सं. (पाकाहेम८२३५) विविधतीर्थस्तुति प्रा. गा.२८\ महन्ति जे भावजु (पाकाहेम१२२८२) विविधभाषाबद्धजिनस्तवन-(सं.)अवचूरि\ सं. (पाकाहेम७४०७) विविधयोगविधिसङ्ग्रह प्रा.,सं. सुत्ते अत्थे भो (पाताहेसं१६८, पाताहेसं१८९, पाकाहेम१२७५५) विवेकमञ्जरी प्रा. (पातासंघवी१९५-२, पातासंघवी२०६-२, पाताहेसं१२२, भांता२४) विशाललोचन-(सं.)अवचूरि। सं. (पाकाहेम७५०६) विशाललोचन वीरस्तुति। सं. विशाललोचनदलं.... (पाकाहेम७५०५, पाकाहेम७५०६, पाकाहेम१११५१) विशाललोचन वीरस्तुति-(सं.)टीका सं. (पाकाहेम७५०५) विशेषणवती-(सं.)टिप्पण। सं. उतेसेधाङ्गुलमित (पुप्रे४१८) विशोपसर्गाधिकार (पाताहेसं१७१-१७) विशोपसर्गाधिकार-(सं.)टीका। सं. (पाताहेसं१७१-१७) विषमवृत्तसप्तक\ सं. (पाकाहेम८६८६) विषमवृत्तसप्तक-(सं.)व्याख्या। सं. (पाकाहेम८६८६) विषयनिन्दापञ्चाशत् प्रा. गा.५०\ पणमिय वीयरायं.. (पातासंघवी११७-१, पाकाहेम७७९९) विषयानुशासनाकुश प्रा. गा.२५\ विसमो विसयविसदु (पातासंघवी५९-२, भांता६९, पाकाहेम१११५३) विष्कम्भपरिधिमानयाय सं. (पाताहेसं११०) विहरमानजिनस्तवन। सं. श्लोक५ श्रीसीमन्धर प्र (पाकाहेम१०२३) वीतरागस्तोत्र-(सं.)अवचूरि। सं. (पाकाहेम१०६६२, पाकाहेम१०६६३) वीतरागस्तोत्र-(सं.)अवचूरि। सं. (पाकाहेम२३२८) वीतरागस्तोत्र सं.\ गा.९ (पातासंघवी२०६-२) वीतरागस्तोत्र-(सं.)अवचूरि। सं. अत्राद्यसार्धश् (पाकाहेम२३२४) वीतरागस्तव-(सं.)टीका सं. (पाताखेत५४-१) वीतरागस्तवन सं. श्लोक१३\ ॐकारस्फाररूपं (पाकाहेम१३१७१) वीरजन्मोत्सव मागु. (पाकाहेम१२१२४) वीरजिनतीर्थस्वरूप प्रा.\ चउसट्टिवरिससत्त (भांता७०) वीरजिनदृष्टदशस्वप्नार्थ प्रा. जेन तालपिसायं प (भांता७०) वीरजिनविज्ञप्ति। अप. गा.१३\ सिरिवीरजिणेसर त (पातासंघवी१५६-१) वीरजिनस्तव प्रा. गा.४३\ नमिऊण जिणं जयजी (पातासंघवीजीर्ण६५, जेकाजि१९५१, पाकाहेम६६६, पाकाहेम९०२,
पाकाहेम६५६९. पाकाहेम१०५५६)

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