Book Title: Hastlikhit Granthsuchi Part 3
Author(s): Jambuvijay
Publisher: Stambhan Parshwanath Jain Trith Anand

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Page 79
________________ विद्वान उपरथी कृति माहिती पाकाहेम१०६४१, भांका९८) महावीरस्तवन। सं. का.१० (पाकाहेम१२१२४) शान्तिनाथस्तवन\ सं. का.९ (पाकाहेम१२१२४) सुलसाचरित्र सम्यक्त्वसम्भव महाकाव्य सं. श्लोक७४१ (पाकाहेम१९४०, पाकाहेम२१११) हरिविक्रमचरित्र सं. (पाताहेसं७१, जेकाथा७, पाकाहेम१०१६७) जयतिलकसूरिशिष्य-मुनि पञ्चषष्टियन्त्रस्तवन। सं.प्रा. श्लोक८ (पाकाहेम९७६०) जयदेव-जैनेतर तत्त्वचिन्तामणी-(सं.)आलोक टीका\ सं. (पाकाहेम१०७१४) जयन्त-अज्ञात न्यायकलिका\ सं. नमः स्वमायामाहा (पातासंघवी१४६-१) जयन्त भट्ट-जैनेतर काव्यप्रकाश-(सं.)दीपिका टीका\ सं. (पाकाहेम६६५०) जयराम भट्टाचार्य-जैनेतर अन्यथाख्यातिवाद सं. (तालाद३९१-२) जयराशि-अज्ञात तत्त्वोपप्लव सं. तत्त्वोपप्लवासह (पातासंघवी१७८-२) जयवल्लभ-मुनि विद्यालय प्रा. गा.७०० (पाकाहेम१३७३९, पाकाहेम१५०४६) जयशेखर-शिष्य-मुनि शीलसन्धिी अप. गा.३४ (पाकाहेम९०२, पाकाहेम९०३३) जयशेखरसूरि-आचार्य गिरिनारमण्डन नेमिजिनस्तुति मागु.\ गा.१६ लच्छिकुलहरु लच् (पाकाहेम९०२) चतुर्विंशतिजिनस्तव। अप. सिरिरिसहेसर नाभ (पाकाहेम९०२) प्रबोधचिन्तामणि सं. श्लोक१९७६ (पाकाहेम१६५४२) बृहत् अजितशान्तिस्तवन सं. का.१७। सकलसुखनिवहदानाय (पाकाहेम१२१५७) शत्रुञ्जयमण्डन युगादिदेवस्तुति#\ मागु. गा.१६\ विमलगिरिवर विमल (पाकाहेम९०२) सम्बोधप्रकरण सं. (अताका४६९) सिद्धान्तस्तवन\ प्रा. गा.११ (पाकाहेम७३०७) सीमन्धरजिनस्तुति। सं. का.११\ असुरसुरमधुपकुल. (पाकाहेम९०२) जयशेखरसूरि-आचार्य-अंचलगच्छ आत्मकुलकी प्रा. गा.४३ (पाकाहेम५६३४) उपदेशचिन्तामणी\ प्रा. (पाकाहेम६८३६, पाकाहेम८३८३) जयसागर वाचनाचार्य-उपाध्याय-खरतरगच्छ गुरु-आचार्य जिनराजसूरि पृथ्वीचन्द्रराजर्षिचरित्र। सं.\ ग्रं.२६५४\ श्रीवीरचरणाम्भो (पुप्रे४२८) सन्देहदोलावलीप्रकरण-(सं.)विधिरत्नकरण्डिका लघुवृत्ति सं. ग्रं.१५५० (पाकाहेम७००४) जयसिंहसूरि-आचार्य न्यायसारप्रकरण-(सं.)न्यायतात्पर्यदीपिका टीका। सं. (पाकाहेम६६७२) जयसिंहसूरि-आचार्य-कृष्णर्षिगच्छ कुमारपालचरित्र सं. ग्रं.६३०७\ चिदानन्दैककन्दा (भांका१३०) जयसिंहसूरि-आचार्य धर्मोपदेशमालाप्रकरण प्रा. गा.१०३\ भयवं दसन्नभद्दो (जेताजि१५८, जेताजि१५९, पाताखेत३, पाताखेत१२, पाताखेत३४-३, पातासंघवीजीर्ण४९, पातासंघवीजीर्ण८०, पातासंघवीजीर्ण८१, पातासंघवीजीर्ण८२, पातासंघवीजीर्ण९०, पातासंघवी१०८, पातासंघवी१५१, पातासंघवी१६४, पातासंघवी६४-२, पातासंघवी६६-३, पातासंघवी६७-१, पातासंघवी१४१-२, पातासंघवी१६१-२, पातासंघवी१८१-१, पातासंघवी१८२-१,

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